चिचौली व दिबियापुर सहित बेला सीएचसी पर होंगे आक्सीजन बेड
जितेंद्र कुमार औरैया कोविड की दूसरी लहर भले ही थम रही हो लेकिन तीसरी चुनौती की चित
जितेंद्र कुमार, औरैया: कोविड की दूसरी लहर भले ही थम रही हो लेकिन तीसरी चुनौती की चिता करते हुए सरकार ने आक्सीजन जनरेट प्लांट की दिशा में मजबूती से कदम रखना शुरू किया है।संक्रमण का असर बेअसर रहे और पीड़ितों को आक्सीन की कोई कमी न हो, इसके लिए पीएम केयर्स फंड के तहत आक्सीजन प्लांट ज्यादा से ज्यादा लगाए जाने की दिशा में कवायद है। जिलेवार मंजूर हुए प्लांट में औरैया को 1000 व 500 लीटर क्षमता का आक्सीजन प्लांट मिला है। दोनों ही चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में स्थापित होने हैं। यहां पर पहले से गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (गेल) 'हर बेड आक्सीजन' के तहत पहले चरण में 50 आक्सीजन बेड तैयार कर रही है। इसे देखते हुए चिचौली के लिए मिले दो और प्लांट में एक को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) बेला के लिए शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
डीएम सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पीएम केयर्स फंड के तहत अलग-अलग क्षमता के दो आक्सीजन जनरेट प्लांट की मंजूरी मिली है। चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में पहले से गेल की ओर से एक प्लांट स्थापित किया जा रहा है। करीब 45 फीसद कार्य पूरा भी हो चुका है। वहीं शुगर मील द्वारा एक प्लांट पूर्व में ही प्रस्तावित है। इसके लिए दिबियापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को चिह्नित किया गया है। दूसरी लहर को शांत किए जाने की कसरत में तीसरे फेज को फेस करने के लिए आक्सीजन पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि आक्सीजन की कमी व संसाधनों के अभाव से किसी मरीज की मौत न हो, इसका ध्यान रखते हुए सारी तैयारी की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेला कोविड एल-2 अस्पताल के लिए प्रस्तावित है। इसके अलावा अयाना व अछल्दा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को भी कोविड एल-2 अस्पताल में तब्दील करने की तैयारी है। पीएम केयर्स फंड के तहत मिले प्लांट में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेला के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।
--------
तीसरे लहर के लिए छह टेक्नीशियन की तैनाती
चिचौली स्थित कोविड एल-2 अस्पताल में तीसरी लहर के लिए पीडियाट्रिक व नियोनेटल इंटेसिव केयर यूनिट के लिए तीन ऑपरेशन थिएटर टेक्नीशियन (ओटी) व तीन ट्रामा टेक्नीशियन की शुक्रवार
तैनाती की गई है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो सके, इसके लिए यह तैनाती की गई है।