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बिजली गिरने से मंदिर का गुंबद चटका, दीवारों में दरार

जागरण टीम औरैया शुक्रवार देर रात मौसम का मिजाज अचानक बदलने से बूंदाबांदी संग कई जगह

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Sep 2021 11:08 PM (IST)Updated: Sat, 25 Sep 2021 11:08 PM (IST)
बिजली गिरने से मंदिर का गुंबद चटका, दीवारों में दरार
बिजली गिरने से मंदिर का गुंबद चटका, दीवारों में दरार

जागरण टीम, औरैया : शुक्रवार देर रात मौसम का मिजाज अचानक बदलने से बूंदाबांदी संग कई जगह तेज बारिश हुई। कंचौसी के जमौली गांव में मंदिर पर बिजली गिरने से गुंबद चटक गया, जबकि दीवारों में दरार पड़ गई। हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। वहीं, बारिश से कई कच्चे मकान भरभरा कर गिर गए, लेकिन लोग बाल-बाल बच गए।

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कंचौसी पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव जमौली स्थित आनंदेश्वर मंदिर के गुंबद पर शुक्रवार रात करीब डेढ़ बजे बिजली गिर गई। ग्रामीणों के मुताबिक, धमाका इतना जोरदार था कि दूर-दूर तक गूंज सुनाई पड़ी। शनिवार सुबह मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मंदिर परिसर में लगे बिजली के सभी उपकरण फुंक गए। मंदिर परिसर से 50 कदम दूर एक मकान में लगा इनवर्टर फुंक गया। मंदिर के संस्थापक पूर्व प्रधान प्रदीप तिवारी ने बताया कि मंदिर काफी पुराना है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करते हैं। गुंबद का निर्माण दो वर्ष पहले हुआ था। वहीं, बारिश से बिहारीपुर में मुकेश तिवारी, संजय तिवारी, मलखान सिंह कुशवाहा का कच्चा मकान भरभरा कर गिर गया। जमौली में प्रदीप, मान सिंह के कच्चे मकान की छत और दीवार गिर गई। मलबे में गृहस्थी दब गई। पीड़ितों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की। लेखपाल अवनीश कुमार ने बताया नुकसान का आकलन कर तहसील रिपोर्ट भेजी गई है। नियमानुसार आर्थिक मदद कराई जाएगी।

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बारिश होने से किसान सशंकित

जागरण संवाददाता, औरैया: शुक्रवार को बदले मौसम ने एक बार फिर किसानों के चेहरे का भाव बदला है। शनिवार को सुबह कुछ जगहों पर बूंदाबांदी हुई। इसके बाद आसमान साफ रहा। खेत में भरे पानी को निकालने के लिए किसानों ने दोपहर मेहनत की। मक्के की उठान धीमी पड़ी है तो सरसों की जोताई में देरी की बात किसान कह रहे हैं। उधर, बदले मौसम से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।

बारिश की हल्की फुहार मौसम को तो सुहावना कर रही। लेकिन किसानों की मुश्किलें बढ़ा रही है। उठान पर चल रही मक्के की फसल पर लगातार नमी से पैदा होने वाली सड़न का खतरा मड़रा रहा है। हालांकि, अधिकतर किसानों ने अपनी उपज को सुरक्षित कर लिया है। लेकिन, कुछ स्थानों पर देर से पकने के चलते भुट्टों की तुड़ाई चल रही है। इसके चलते किसान आसमान में आते जाते बादलों को देख चितित है। सरसों की बुआई का समय चल रहा है। जिसके लिए खेतों की जोताई जरूरी है। बारिश के चलते बुआई देर से होने की संभावना है। उधर, सब्जियों के दामों में भी बढ़त

हुई है। कारण बारिश है। मौसम विज्ञानी डा. अनंत कुमार ने बताया कि शनिवार को न्यूनतम तापमान 23 डिग्री व अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।


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