दस साल पहले गांव से निकले और कई देशों में फहराया परचम
देवेश सक्सेना अजीतमल (औरैया) बाबरपुर कस्बे के मोहल्ला अशोक नगर निवासी राहुल चतुर्वेदी इंट
देवेश सक्सेना, अजीतमल (औरैया): बाबरपुर कस्बे के मोहल्ला अशोक नगर निवासी राहुल चतुर्वेदी इंटरनेशनल बिजनेस से एमबीए करने के बाद 2011 में दुबई गए और एम्ब्रिड्स बैंक में मैनेजर बने। 82 देशों में सेमिनार में बतौर ट्रेनिग के रूप में गए और चैंपियनशिप में भाग लिया। हावर्ड यूनीवर्सिटी से तीन सालों तक लगातार गोल्ड मेडल पर कब्जा हासिल किया। यूएई के वित्तमंत्री शेख अब्दुल्ला ने भी गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। 19 देशों के प्रतिनिधित्व करने वाले टीम लीडर राहुल को रिपोर्ट करती थी। अब तक करीब चार सौ लोगों को प्रशिक्षिण दे चुके हैं। दुबई में तीस देशों के लोगों के साथ मिलकर बनाए गए एडवेंचर ट्राइव क्लब के राहुल फाउंडर मेंबर भी हैं।
छोटे से कस्बे के राहुल ने एमबीए करने के बाद एम्ब्रिड्स बैंक में सबसे पहली नौकरी मैनेजर के पद पर की। कंपनी के सीईओ से कई बार अवार्ड मिलने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। कंपनी की ओर से 82 देशों में सेमिनार में बतौर ट्रेनर के रूप में पहुंचे और भारत का परचम लहरा दिया। जर्मनी, हालैंड, नीदरलैंड, अमेरिका, बर्लिंग, स्विटजरलैंड, वियेना, जार्जिया में सम्मानित भी हुए। डेजर्ड में आयोजित चैंपियनशिप ने भाग लिया और मैनहैंडलिग व मैन पॉवर में अपनी योग्यता का परचम लहराने पर हावर्ड यूनीवर्सिटी से तीन वर्षो तक लगातार गोल्ड मेडल पर कब्जा बनाए रखा। आज भी राहुल दुबई में तीस देशों के लोगों के साथ मिलकर बनाए गए एडवेंचर ट्राइव क्लब के फाउंडर मेंबर हैं। राहुल बताते हैं लक्ष्य को सामने रखकर कदम बढ़ाते रहें। कोरोना काल में वह बाबरपुर आए और युवाओं को प्रेरित कर उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रहे हैं।