मुहर्रम पर नहीं उठाए गए ताजिया, सादगी से मनाया त्योहार
जागरण टीम औरैया हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में शुक्रवार को मुहर्रम मनाया गया।
जागरण टीम, औरैया: हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में शुक्रवार को मुहर्रम मनाया गया। ईदगाह व मस्जिद के आसपास पुलिस व प्रशासन का पहरा रहा। कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन कराए जाने पर जोर दिया गया। शहर स्थित जामा मस्जिद में शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए हाफिज इमाम मोहम्मद शोएब चिश्ती ने नमाज अदा कराई। मुहर्रम सादगी से मनाया गया। पूर्व में जारी निर्देशों व कोरोना संक्रमण को देखते हुए ताजिए नहीं उठाए गए।
शहर के ताजियों के सेहरा जमालशाह में दफन कर फातिहा पढ़ा गया। इसी तरह से फफूंद, बिधूना, कंचौसी आदि ब्लाकों के मुस्लिम क्षेत्रों में मुहर्रम मनाया गया। इसी महीने से इस्लामी नए साल की शुरुआत होती है। इसे बड़ा ही अजमत वाला महीना माना जाता है। यह महीना अजमत के साथ गम का भी है। पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी कोविड-19 की सरकार की गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए मुहर्रम मनाया गया था। अलम व ताजियों का जुलूस नहीं निकाला गया। लोगों ने अपने-अपने घरों में हजरत इमाम हुसैन की याद में फातिहा कराकर सादगी के साथ पर्व मनाया।
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चौकस रही पुलिस प्रशासन की व्यवस्था
संजय गेट से मुख्य बाजार को जाने वाले मार्ग पर स्थित बारसी मस्जिद से प्रति वर्ष ताजिए उठाए जाते हैं। शांति व्यवस्था व सादगी से मुहर्रम पर्व मनाने में पुलिस बल तैनात रहा। संजय गेट पर ही पुलिस टीम रही। इसके अलावा शहर के जमालशाह, पढ़ीन दरवाजा, सराय मुहाल आदि ताजिया के स्थानों पर भी प्रशासन की व्यवस्थाएं चाक चौबंद रहीं। मुस्लिम भाइयों ने शांति व सादगी के साथ पर्व मनाया।