भूमि न मिलने से लटका सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए अब तक को
जागरण संवाददाता, औरैया : शहर से प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए अब तक कोई ठोस कार्य योजना नहीं बन पाई है। इसका प्रमुख कारण पालिका के पास अपनी 29 हेक्टेअर भूमि का न होना है। तहसील प्रशासन द्वारा पालिका को मढ़ापुर में एक जगह दी गई थी, लेकिन कार्यदायी संस्था ने जगह को ऊबड़-खाबड़ बताकर निरस्त कर दिया था। पालिका प्रशासन की ओर से दिबियापुर रोड पर जगह चिह्नित कर चयन के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
नगर पालिका क्षेत्र में कुल 25 वार्ड हैं। इन सभी वार्डों से प्रतिदिन एक टन से अधिक कूड़ा निकलता है। इस कूड़े के निस्तारण के लिए कोई इंतजाम पालिका के पास नहीं है। शहर से निकलने वाला कूड़ा यमुना रोड पर बीहड़ के किनारे फेंका जा रहा है। यहां फेंकने के बाद कूड़ा बीनने वाले लोग उसमें आग लगा देते हैं। इससे पूरे बीहड़ में धुआं फैल जाता है। इससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इसको देखते हुए पालिका ने शासन से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। शासन से प्रस्ताव पास हो गया। लेकिन इसके बाद पालिका के पास जगह का पेंच फंस गया।
पालिका ने कूड़ा निस्तारण केंद्र बनवाए जाने के लिए तहसील प्रशासन से जगह मांगी थी। जिस पर मढ़ापुर में जगह दी गई थी। इसके चलते डीपीआर तैयार की गई। लेकिन जल निगम की कार्यदायी संस्था ने जब जगह का निरीक्षण किया तो उसे ऊबड़-खाबड़ बताकर निरस्त कर दिया। इसके बाद पालिका ने तहसील प्रशासन से फिर जगह की मांग के लिए पत्र भेजा। इसमें पालिका ने बताया कि उन्हें कुल 29 हेक्टेअर भूमि की आवश्यकता है। इतनी भूमि में प्रोसे¨सग प्लांट, सेनेटरी लैंडफिल आदि बनाया जाएगा। पालिका के लाख प्रयास के बाद भी कोई कार्य योजना आगे बढ़ती नजर नहीं आ रही है। हालांकि पालिका प्रशासन की ओर से दिबियापुर रोड एक स्थान चयनित किया गया है। जहां का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। क्या कहते हैं जिम्मेदार
एक जगह भूमि चिह्नित की गई है। शासन की ओर से प्रस्ताव पास होते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जैसे ही जमीन उपलब्ध हो जाएगी वैसे ही कार्य शुरू कराया जाएगा। - राधा तिवारी, ईओ, नगर पालिका