अस्थायी गोशाला में छह गायों ने तोड़ा दम, प्रशासन बेसुध
संसू रुरुगंज असहायों के लिए बनी गोशालाओं में व्यवस्थाओं पर मनमानी हावी है। यही वजह है कि
संसू, रुरुगंज: असहायों के लिए बनी गोशालाओं में व्यवस्थाओं पर मनमानी हावी है। यही वजह है कि आए दिन गायों की मौत हो रही लेकिन प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जबकि शासन इस मामले में गंभीर है। बावजूद हालात नहीं बदल रहे। एरवाकटरा विकासखंड की ग्राम पंचायत बीबीपुर स्थित अस्थायी गो-आश्रय स्थल सहित आसपास की गोशालाओं की दशा बदहाल है। आधा दर्जन से ज्यादा गाय बीमारी के चलते दम तोड़ चुकी हैं। कई गाय बीमार हैं। पशु चिकित्साधिकारियों की लापरवाही यह भारी पड़ रही। शासन ने गोशाला की बेहतरी व गोवंश की सहूलियत के लिए एक बजट निर्धारित किया है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों की भूमिका समझ से परे है।
एरवाकटरा विकासखंड की ग्राम पंचायत बीबीपुर स्थित अस्थायी गोशाला में शनिवार को एक बछड़ा व रविवार की सुबह दो गाय पर आवारा कुत्तों ने हमला कर दिया। इसमें गायों की मौत हो गई। वहीं कुछ दिन पूर्व कुछ गाय बीमार होने के चलते मर गईं। ग्रामीणों के अनुसार गो-आश्रय स्थल के आसपास फेंसिग की कोई व्यवस्था नहीं। जिस कारण जंगली व आवारा कुत्ते मौका पाकर मवेशियों पर हमला कर देते हैं। अब तक हो चुकी घटना के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई सुध नहीं ली गई। जबकि तहसील प्रशासन के साथ ही गो-आश्रय स्थल पर कार्य करने वाले कर्मियों व ग्राम प्रधान को इस बाबत जानकारी है। लेकिन, किसी ने सुध नहीं ली। गो-आश्रय स्थल पर 65 असहाय हैं। जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं शिकायत मिली है कि मवेशियों को चारा में सुखा भूसा दिया जा रहा है। जो कि गलत है।