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कंचौसी रेलवे स्टेशन में गंदगी का अंबार, अफसर मौन

संवादसूत्र कंचौसी रेलवे स्टेशन में इज्जतघर व्यवस्था ठीक न होने व परिसर में फैली गंदगी से य

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Dec 2019 10:45 PM (IST)Updated: Mon, 02 Dec 2019 06:04 AM (IST)
कंचौसी रेलवे स्टेशन में गंदगी का अंबार, अफसर मौन
कंचौसी रेलवे स्टेशन में गंदगी का अंबार, अफसर मौन

संवादसूत्र, कंचौसी : रेलवे स्टेशन में इज्जतघर व्यवस्था ठीक न होने व परिसर में फैली गंदगी से यात्रियों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। दिव्यांग इज्जतघर में ताला डाल दिया गया है जिससे दिव्यांग परेशानी का सामना कर रहे हैं।

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किसी भी कस्बे का पहला प्रभाव वहां के रेलवे स्टेशन को देखकर पड़ता है। लेकिन रेलवे स्टेशन की हालत बद से बदतर है। प्लेटफार्म एक और दो पर जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा है। साफ-सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। इज्जतघर में अक्सर ही ताला लगा रहता है। इस संबंध में जानकारी रेलवे प्रबंधन के जिम्मेदारों को भी है पर कोई व्यवस्था सुधारने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। रेलवे स्टेशन गंदगी के मामले में अव्वल दर्जे का स्टेशन हो चुका है।

दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए प्लेटफार्म एक पर इज्जतघर बनाए गए हैं। दो नंबर प्लेटफार्म में महिला-पुरुष शौचालय बनवाए हैं, लेकिन प्लेटफार्म नंबर एक पर बने दिव्यांग इज्जतघर में महीनों से ताला लटक रहा है। यात्रियों को प्लेटफार्म के बाहर ही जाना पड़ता है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं और बच्चों को होती है। प्लेटफार्म नंबर दो पर कोई टीन शेड न होने से ऐसे में यात्रियों को परेशानी हो रही है। अंधेरा होते ही गंदगी के चलते मच्छरों के चलते बैठना मुश्किल हो जाता है। बीमारियों को दावत

स्टेशन परिसर में साफ-सफाई न होने से जिम्मेदार लोग स्टेशन में आने वाले लोगों को बीमारी की दावत दे रहे हैं। गंदगी की समस्या से निजात न मिलने से बीमारियों को ढ़ोने की तैयारी की जा रही है। गंदगी से संक्रमण फैलने की आशंका जताई जा रही है। क्या कहते हैं जिम्मेदार

स्टेशन के इज्जतघर में ताला बंद होने व गंदगी की जानकारी मिली है। स्टेशन परिसर का निरीक्षण कर जल्द सफाई कराई जाएगी।

विशंभर दयाल पांडेय, स्टेशन अधीक्षक फॉगिग न होने से फैला मच्छरों का आतंक

संवादसूत्र, कंचौसी : कस्बे में इन दिनों मच्छरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, जो कानपुर में इलाज करा रहे हैं। जगह-जगह जल भराव से मच्छरों के कारण मलेरिया व डेंगू का भी खतरा बना हुआ है। सड़क, गली व खाली जगहों पर गंदा पानी भरने से मच्छरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कस्बावासियों ने स्वास्थ्य विभाग से फागिग करवाए जाने की मांग की है। ताकि मच्छरों से निजात मिले और मलेरिया या डेंगू जैसी कोई बीमारी न फैल सके।

कस्बा के ताराचंद पोरवाल, शैलेश अवस्थी, चंद्रकांत शुक्ला, पंकज सिंह भदौरिया, मनीष पोरवाल आदि लोगों ने कहा कि इन दिनों कस्बे व गांवों में मच्छरों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों में मलेरिया, डेंगू, वायरल बुखार व अन्य बीमारियों का भय बना हुआ है। कस्बे के अधिकांश हिस्सों में मच्छरों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और यही हालात गांवों में है। मच्छरों के कारण लोगों का सोना मुश्किल हो रहा है। रात के साथ दिन में भी मच्छर लोगों को काटते हैं। मछरो के बढ़ने का मुख्य कारण नालियों की सफाई ना होना जबकि सरकार द्वारा पंचायतों में एक स्वच्छता सीमित बनाकर ग्रामप्रधान व आशा कार्यकत्रियों के खाते में धनराशि भेजी जा चुकी है लेकिन अभी तक दवा का छिड़काव नही किया गया है।


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