यमुना नदी पुल की सड़क बद से बदतर, बावजूद अनदेखी जारी
जागरण संवाददाता औरैया बीते दिनों हुई बारिश से यमुना व अरिद नदी पुल के सड़क हिस्से में
जागरण संवाददाता, औरैया: बीते दिनों हुई बारिश से यमुना व अरिद नदी पुल के सड़क हिस्से में बनी सीमेंट की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसे ठीक कराने की जगह लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम हीलाहवाली कर रहा है। मिट्टी कटान से हुए गड्ढे को भर दिया गया, वहीं जहां सड़क टूट गई थी उसमें भी खानापूर्ति कर दी गई। जबकि दोनों पुल अहम है। यमुना नदी से आवागमन करने वाले वाहनों का रूट औरैया के अलावा जालौन, इटावा व कन्नौज जिला होता है। सहायल कस्बा से निकली अरिद नदी पर बने पुल से भी वाहनों का रूट इन जिलों की ओर है। बावजूद लापरवाही बरती जा रही।
यमुना नदी पुल वर्ष 1995 में बनकर तैयार हुआ था। इस पुल का सड़क मार्ग अब बदहाल हो चुका है। इसके अलावा कानपुर-इटावा हाईवे व फफूंद चौराहा तक करीब पांच किमी लंबी सड़क पुल तक बनी है। जो कि पिछले दो साल से बदहाल है। 10 करोड़ रुपये के अनुमानित लागत से यह सड़क बनी थी। दो साल में दशा खराब हो गई। वर्तमान हालत यह है कि हर चार कदम पर गड्ढे हैं। बड़े व छोटे वाहन बड़ी ही सावधानी से निकलते हैं। चार दिन पूर्व पुल के पास की सड़क किनारे की सीमेंट दीवार बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई थी। मिट्टी का कटान होने से गड्ढा हो गया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने इस कमी को दूर करने में कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखाई। सिर्फ खानापूर्ति कर दी गई। रविवार को कटान वाले हिस्से में कार्य बंद रहा। दूसरी ओर सहायल कस्बा से होकर निकली अरिद नदी पुल का किनारा भी खतरनाक है, यहां भी लापरवाही बरतने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।
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एक किमी में 40 से 50 हजार का खर्च:
यमुना नदी पुल से जुड़े औरैया-फफूंद मार्ग पर एक सैकड़ा से ज्यादा गड्ढे हैं। इसे दुरुस्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता निर्माण खंड अनिल कुमार जाटव का कहना है कि 40 से 50 हजार रुपये के मध्य का खर्च एक किमी की सड़क पर आएगा। जल्द ही बदहाल रास्तों को ठीक करा दिया जाएगा। पुल के किनारों को दुरुस्त कराने का कार्य जारी है।