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दिबियापुर मंडी में जलते मिले अवशेष, सचिव से जुर्माना वसूलने के निर्देश

जागरण संवाददाता औरैया धान खरीद की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सोमवार को डीएम ने दिबिया

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 08:21 PM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 08:21 PM (IST)
दिबियापुर मंडी में जलते मिले अवशेष, सचिव से जुर्माना वसूलने के निर्देश
दिबियापुर मंडी में जलते मिले अवशेष, सचिव से जुर्माना वसूलने के निर्देश

जागरण संवाददाता, औरैया : धान खरीद की व्यवस्था का जायजा लेने के लिए सोमवार को डीएम ने दिबियापुर मंडी और फतेह सिंह का पुरवा पहुंचकर धान क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया। दिबियापुर मंडी में खाद्य विभाग द्वारा बने धान क्रय केंद्र के निरीक्षण कर उन्होंने वहां चल रही धान खरीद के विषय में केंद्र प्रभारी से जानकारी ली। दिबियापुर मंडी में आग जलते पाए जाने पर डीएम ने मंडी सचिव से जुर्माना वसूलने का निर्देश दिए। साथ ही फतेह सिंह का पुरवा में कम खरीद होने पर नाराजगी व्यक्त की और केंद्र को मंडी समिति में संचालित कराए जाने के निर्देश दिए।

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केंद्र प्रभारी शैलेश ने बताया कि छह किसानों से खरीद की जा चुकी है और साथ में किसान से खरीद की जा रही है। निरीक्षण के समय तक कुल 350 सौ क्विंटल धान खरीदा जा चुका है। मंडी परिसर में जल रही आग पर डीएम ने तहसीलदार को निर्देश दिए कि वह मंडी सचिव से जुर्माना वसूल करें। साथ ही मंडी सचिव को निर्देश यह कि आगे से किसी भी प्रकार प्रदूषण न फैलाया जाए। डीएम ने धान बेंच चुके किसानों से फोन लगाकर बातचीत की और उन्हें क्रय केंद्र पर मिली सुविधा के विषय में पूछा। किसानों ने संतोषजनक जवाब दिया। फतेह सिंह का पुर्वा में पीसीयू द्वारा बने धान क्रय केंद्र के निरीक्षण के दौरान डीएम ने क्रय केंद्र पर मौजूद रजिस्टर को चेक किया। जिस पर रजिस्टर अपडेट नहीं मिला। डीएम ने क्रय केंद्र प्रभारी अनिरुद्ध से जानकारी ली, जिस पर केंद्र प्रभारी ने बताया कि सुबह तीन किसान आए थे, जिनका धान गीला होने की वजह से खरीद नहीं की गई। केंद्र प्रभारी द्वारा 21 नवंबर से केंद्र पर किसी कोई भी धान खरीद न होने की जानकारी दी गई।डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए केंद्र प्रभारी को जमकर फटकार लगाई और डिप्टी आरएमओ सुधांशु शेखर चौबे को निर्देश दिए कि यह सेंटर अब इस स्थान पर संचालित नहीं होना चाहिए, इसे तत्काल ही मंडी में पहुंचाया जाए। आगे से यदि किसी भी क्रय केंद्र पर ऐसी लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस किसान को जिस दिन का टोकन दिया जाए, उस किसान से उसी दिन धान की खरीद की जाए। कोई भी धान खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम पर नहीं होनी चाहिए।


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