'मेरा टीका, मेरा अधिकार' में दूसरी डोज के लिए लोग परेशान
जागरण संवाददाता औरैया कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी है। य
जागरण संवाददाता, औरैया: कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन की दोनों डोज जरूरी है। यहां पर कोवैक्सीन की पहली खुराक लगने के बाद लोगों को दूसरी वैक्सीन 28 दिन बाद लगती है, कोविशील्ड में 84 दिन। जिस केंद्र पर वैक्सीन लगाई जाती है, वहां कोविड टीकाकरण रिकार्ड कार्ड दिया जाता है। इसमें पूरा विवरण अंकित होता है। कौन सी वैक्सीन लगी है, पहली डोज की तारीख और दूसरी वैक्सीन लगवाने की तिथि। लेकिन, यह शेड्यूल 50 शैया जिला अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर बिगड़ जाता है। जिस कारण लोग परेशान होते हैं।
'मेरा टीका, मेरा अधिकार' को गति देने का कार्य जिले में सिर्फ कागजी है। शुक्रवार को 50 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय सहित आधा सैकड़ा केंद्रों पर किया गया। करीब साढ़े आठ हजार नागरिकों को वैक्सीन की डोज लगाई गई। इसमें सौ से ज्यादा ऐसे लोग थे, जिन्हें दूसरी डोज लगनी थी। उन्हें दूसरी तिथि दी गई या फिर नजदीकी दूसरे केंद्र पर जाकर जानकारी करने को कहा गया। जबकि, वैक्सीन की दोनों डोज का समय पर लगना जरूरी है। बावजूद इसके लापरवाह रवैया अपनाया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों का ढर्रा नहीं बदल रहा। जिस कारण सुबह से वैक्सीनेशन के लिए लाइन में लगने वाले लोगों को परेशान होना पड़ता है। सिर्फ कागजी बातें हैं। ऐसे में कोविड की चेन कैसे टूटेगी? इसका जवाब चिकित्साधिकारियों के पास नहीं है। वह सिर्फ जागरूकता की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर रहे हैं। जबकि सरकार का सबसे ज्यादा जोर वैक्सीनेशन पर हैं। शहर व ग्रामीण अंचलों में अभियान चलाया जा रहा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अजीतमल, बेला, एरवाकटरा, बिधूना सहित अन्य केंद्रों पर इसकी बानगी दिखी जा सकती है।