कई क्रय केंद्रों पर धान खरीद धड़ाम
जागरण संवाददाता, औरैया : एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीद की कछुआ चाल है। एक माह में म
जागरण संवाददाता, औरैया : एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीद की कछुआ चाल है। एक माह में मात्र 18 हजार क्विंटल ही खरीद हो सकी है। जिसमें सबसे अधिक खाद्य विभाग के केंद्रों में खरीद हुई है। जिले में कई क्रय केंद्र ऐसे भी हैं जहां पर अभी तक खरीद शुरू तक नहीं हो सकी है। वहीं धान खरीद करने में भारतीय खाद्य निगम काफी पीछे है। अछल्दा, दिबियापुर व अजीतमल में कई ऐसे केंद्र हैं जहां पर बोहनी तक नहीं हो सकी है।
वर्ष 2019 में शासन की ओर से 38 हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से 34 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। अब सवाल यह उठता है कि जब एक माह में कई केंद्रों पर धान खरीद नहीं हो सकी है तो लक्ष्य कैसे पूरा किया जाएगा। जिले के 34 क्रय केंद्रों पर अभी तक 18 हजार क्विंटल खरीद हुई है। जिसमें खाद्य विभाग के सात केंद्रों पर 1627.82 क्विंटल खरीद हुई है। जबकि भारतीय खाद्य निगम के एक केंद्र पर मात्र 15 क्विंटल ही खरीद हो सकी है। धान खरीद की रफ्तार धीमी देख नहीं लगता है कि निर्धारित समय के अंदर लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा। वहीं जिले के नोडल अधिकारी केंद्रों का निरीक्षण करके धान खरीद में तेजी लाए के निर्देश दिए रहे हैं।
बंद मिले यह केंद्र
अछल्दा विकासखंड के एक क्रय केंद्र पर गुरुवार को ताला लटका मिला। जबकि दिबियापुर व औरैया के क्रय केंद्रों पर धान खरीद की रफ्तार काफी धीमी है। इसके अलावा अजीतमल के भदसान गांव के खुले क्रय केंद्र पर अभी तक खरीद शुरू नहीं हो सकी है। जिम्मेदार अधिकारियों ने क्रय केंद्र प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि अगर वह कार्य के प्रति लापरवाही बरतते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खरीद क्विंटल में
क्रेंद्र हुई खरीद
खाद्य विभाग 1627.62
पीसीएफ 32.60
कर्मचारी कल्याण निगम 97.04
यूपी पीसीयू 69.69
एनसीसीएफ 35.90
नेफेड 29.55
भारतीय खाद्य निगम 1.50 क्या कहते हैं जिम्मेदार :
वैसे सभी केंद्रों पर धान खरीद तेजी से शुरू हो गई है। जिन केंद्रों पर रफ्तार धीमी है उनके प्रभारियों को अल्टीमेटम दिया गया है। नोडल अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं। कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। - सुधांशु शेखर चौबे, जिला विपणन अधिकारी