अफसर बेपरवाह, बिना वैक्सीन के मरीज परेशान
जागरण संवाददाता, औरैया : कुत्ते के काटने पर रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए आप भी जिला अस्प
जागरण संवाददाता, औरैया : कुत्ते के काटने पर रैबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए आप भी जिला अस्पताल का रुख कर रहे हैं तो अफसोस, क्योंकि आप मायूस होकर लौटेंगे। अस्पताल में पिछले 10 दिनों से रैबीज के इंजेक्शन नहीं हैं और जिम्मेदारों ने इसके लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नही की है। हां, सफाई के रूप में निदेशालय को डिमांड भेजने की दलील जरूर दी है।
बाजार में रैबीज के इंजेक्शन तकरीबन चार सौ रुपये है। अस्पताल में इंजेक्शन न होने से रोजाना करीब तीन से चार लोग प्राइवेट अस्पताल मजबूरी में जा रहे हैं। दवाओं की कमी पर स्टोर कीपर सत्यप्रकाश ने बताया कि दवाओं के अनुबंध न होने से कमी गहरा गई है। जिले की सभी सीएचसी व पीएचसी समेत जिला अस्पताल को सप्लाई करने वाले मुख्य दवा स्टोर में भी दवाओं की कमी है। नियमानुसार, जिला अस्पताल प्रशासन दवाओं की जरूरत को देखते हुए बाहर से दवाएं खरीदकर बिल शासन को भेज सकते हैं। हालांकि लोगों के परेशान होने के बाद भी इस ओर अस्पताल प्रशासन ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है।
''पूर्व में कई दवाओं की खरीद बाहर से की गई थी, जिनका बजट अब तक न मिल पाने के कारण दवाएं मंगवाने में दिक्कत हो रही है। दस दिन पहले निदेशालय को दवाओं की डिमांड भेज दी गई है। फिलहाल अभी तक आपूर्ति नहीं हो सकी है। ''
- डॉ. लाखन ¨सह, सीएमएस