एनटीपीसी 110 एकड़ में दो अरब की लागत से लगा रहा सौर ऊर्जा प्लांट
संवादसूत्र दिबियापुर एनटीपीसी ने गैस की उपलब्धता महंगी होने के कारण सौर ऊर्जा की ओर अप
संवादसूत्र, दिबियापुर: एनटीपीसी ने गैस की उपलब्धता महंगी होने के कारण सौर ऊर्जा की ओर अपने कदम बढ़ा दिए हैं। बिल्हौर परियोजना के बाद जनपद की इकाई में 110 एकड़ में दो अरब की लागत से 40 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा। फिलहाल 20 मेगावॉट बिजली उत्पादन की लिए तेजी से काम शुरू हो गया है। गैस महंगी होने के कारण बिजली की दरें महंगी थीं तो बिक्री भी थमी। सौर ऊर्जा के दाम नियंत्रण में रहेंगे।
एनटीपीसी महाप्रबंधक दिवाकर कौशिक ने बताया कि एनटीपीसी बीस मेगावॉट सौर ऊर्जा प्लांट लगाया जा रहा है। उसके चालू होते ही 20 मेगा वाट का दूसरा सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना की जाएगी। जिससे कुल 40 मेगावॉट बिजली का उत्पादन का लक्ष्य है। दिसंबर माह में एनटीपीसी की कुल क्षमता बढ़कर 57,356 मेगावॉट हो गई है। गैस महंगी होने से बिजली का उत्पादन बहुत ही कम हो पा रहा है। इससे प्लांट की आमदनी भी घटती है। उसके बावजूद प्लांट के आसपास के गांव में तमाम कार्यक्रम चलाकर गांव वालों की मदद की जाती है। बताया कि एनटीपीसी में विद्युत से चलने वाले वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन का पहले से ही शुभारंभ हो चुका है। एनटीपीसी प्लास्टिक मुक्त बनाने में भूमिका निभा रही है।एनटीपीसी की ओर से अभी तक 28 हजार पौधे लगाए जा चुके हैं और दस लाख पौधा लगवाने का लक्ष्य है। तीन से 3.50 रुपये प्रति यूनिट होगी कीमत
एनटीपीसी के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, इस पावर प्लांट से मिलने वाली बिजली की कीमत 3 से 3.50 रुपये प्रति यूनिट होगी। संभावित इन मूल्यों के बाद बढ़ोतरी भी संभव है, लेकिन शुरुआत में इसी दाम पर बिजली दी जाएगी।