अब किसान एप से सीधे बेच सकेंगे अपना उत्पाद
जागरण संवाददाता औरैया धन्योतमा मोबाइल एप के द्वारा अब किसानों के लिए बिचौलिया रोड़ा नही
जागरण संवाददाता, औरैया :
धन्योतमा मोबाइल एप के द्वारा अब किसानों के लिए बिचौलिया रोड़ा नहीं बनेंगे। किसान अपना उत्पाद अब डिजिटल माध्यम से सीधे अपने उत्पाद की बिक्री कर सकेंगे। डीएम की पहल पर इस एप को लांच किया गया है। जिसको लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में कृषक उत्पादक संगठनों, उत्पादक समूहों, एनआरएलएम के महिला स्वयं सहायता समूह, देसी घी के उत्पादकों की एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में किसानों व अन्य उत्पादकों ने अपने अपने विचार रखते हुए समस्याओं एवं उसके समाधान हेतु चुनाव के बारे में डीएम को अवगत कराया। डीएम अभिषेक सिंह ने किसानों और उपभोक्ताओं को आपस में जोड़ने के लिए डिजिटल मार्केटिग प्लेटफॉर्म के रूप में बनाए गए एक मोबाइल एप धन्योतमा का लोकार्पण किया गया।
डीएम ने मोबाइल एप का लोकार्पण करते हुए कहा कि वर्तमान में इस प्रकार के डिजिटल मार्केटिग प्लेटफॉर्म की बहुत जरूरत है। इस एप से किसान और उपभोक्ता के बीच सीधा संपर्क होगा। इस एप से उपभोक्ता सीधे उत्पादकों से ऑनलाइन उत्पाद खरीद पाएंगे। साथ ही साथ अपने उत्पाद के तैयार होने के हर चरण को भी देख पाएंगे। इससे उपभोक्ता को अच्छे किस्म का उत्पाद प्राप्त होगा। एफपीओ से जुड़े 3200 किसानों
4000 से अधिक महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी 50,000 से अधिक समूह से जुड़े 50,000 से अधिक महिलाओं तथा देसी घी के सैकड़ों उत्पादकों की की मार्केटिग की समस्या के ध्यान में रखकर यह मोबाइल एप बनाया गया है। इस एप से किसान और उपभोक्ता के बीच के सभी बिचौलिए अलग हट जाएंगे। किसानों और उत्पादकों को अच्छी कीमत और तुरंत ऑनलाइन भुगतान मिलेगा। उपभोक्ता के लिए भी यह अच्छा है कि उससे अच्छी गुणवत्ता का कृषि उत्पाद उचित कीमत पर प्राप्त होगा और उससे यह जानकारी रहेगी कि कौन सा किसान उसके लिए किसका उत्पादन कर रहा है। संचालन उप निदेशक कृषि विजय कुमार द्वारा किया गया। आइआइटी कानपुर का रहा सहयोग
गोष्ठी में आइआइटी कानपुर इनक्यूबेटेड द्वारा मोबाइल ऐप को तकनीकी प्रस्तुतीकरण करते हुए इसकी विशेषताओं एवं फीचर्स के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि इस ऐप की खास बात यह है कि इस डिजिटल मार्केटिग प्लेटफॉर्म में कोई बिचौलिया नहीं होगा। किसान उत्पादक संगठन, उत्पादक समूह, स्वयं सहायता समूह, देशी घी, पोल्ट्री, डेरी प्रोडक्ट आदि के उत्पादक किसान निशुल्क अपना रजिस्ट्रेशन कराकर यूजर आईडी पासवर्ड के द्वारा इसमें शामिल होंगे।
किया जा रहा ट्रायल, फीडबैक लिया जाएगा
विचार गोष्ठी में ही पीडीआरजी नाम के एफपीओ के सीईओ यतींद्र सिंह ने मोबाइल एप के साथ सरसों के तेल, मल्टीग्रेन आटा, मुंग दाल और बेसन की सीधी बिक्री कानपुर की ग्राहक विमलेश कुमारी को ऑनलाइन की जिसकी डिलीवरी होते ही उन्हें ऑनलाइन भुगतान भी प्राप्त हो जाएगा। डीएम ने डीडी कृषि व अन्य संबंधित अधिकारियों से कहा कि वह इस एप की क्वालिटी व तकनीकी पर कार्य करते रहें। किसानों और उपभोक्ताओं को यह मोबाइल ऐप डाउनलोड कराया जाए और उनका फीडबैक लिया जाए।