यू कोरोनवा कतहूं घूमे भी न जावे देत
संवादसूत्र रुरुगंज कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक होने के साथ लोग बिना वजह घूमने-ि
संवादसूत्र, रुरुगंज: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खतरनाक होने के साथ लोग बिना वजह घूमने-फिरने या सैर सपाटा से तौबा कर रहे हैं। अक्सर इस समर में लोग ठंडी जगह जाना पसंद
करते हैं। पिछले वर्ष लॉकडाउन व इस बार कोविड के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उन्होंने अपनी प्लानिग को कैंसिल करना ही सही समझा है। इसका असर ट्रैवल्स एजेंसियों पर दिखाई दे रहा है। होटल मालिक से कर्मचारी तक उदासीन हो गए हैं। पर्यटन संबंधित रोजगार पर तो इसका व्यापक असर दिखने लगे हैं। दूसरी ओर ट्रेन, बस से सफर करने वालों में घर वापसी कर रहे लोगों की संख्या ज्यादा है।
गर्मी आते ही सैर सपाट के शौकीन लोग घूमने-फिरने की प्लानिग करने में लग जाते हैं। इस बार ऐसा कुछ नहीं है। लोगों का कहना है कि स्थिति सामान्य होने के बाद वह कुछ सोचेंगे। फिलहाल,अभी जागरूक रहने की जरूरत है। कारण, कोविड का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। इससे बचने के लिए जरूरी है कि ज्यादा महत्वपूर्ण होने पर ही घर से बाहर जाया जाए। वहीं ट्रैवल्स एजेंसी के कुछ संचालकों का कहना है कि हर रोज लोग महीनों पहले की बुकिग निरस्त करा रहे हैं। कोविड का असर है। रुरूगंज के धनश्याम ने बताया कि गर्मी के सीजन में सिक्किम की पहाड़ियों पर मय परिवार जाने की योजना धराशायी हो गई है। कहा कि 'यू कोरोनवा अब कतहूं घूमे भी न जावे देत है।'
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परिवार के साथ पहाड़ी क्षेत्रों में घूमने के लिये ट्रैवल्स एजेंसी से बुकिग कराई थी। अब कोरोना से हालात बिगड़ रहे है इसलिए बुकिग कैंसिल करा दी है। -रूबी पोरवाल, गृहणी। गर्मी की छुट्टियों में गुजरात में घूमने जाने का प्रोग्राम बनाया था। कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। बेहतर होगा कि सुरक्षा की खातिर कहीं न जाया जाए। घर पर ही रहना ठीक है।
-मधुरिमा यादव, गृहणी कोरोना के चलते बीते साल घाटा उठाना पड़ा था, इस बार कुछ उम्मीद बनी थी। सैर सपाटा पर जाने वालों ने बुकिग भी की थी, कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख बुकिग कैंसिल हो गई।
-शिवा अवस्थी, ट्रैवल्स संचालक