एमएलसी के भतीजे ने बेघर न करने की लगाई गुहार
- सीएम और डीएम को लिखा पत्र कहा- वैध संपत्ति है मकान - मां के अस्वस्थ और कोरोना संक्र
- सीएम और डीएम को लिखा पत्र, कहा- वैध संपत्ति है मकान
- मां के अस्वस्थ और कोरोना संक्रमित होने का हवाला दिया जागरण संवाददाता, औरैया :
वकील व उनकी बहन की हत्या के मामले में एमएलसी कमलेश पाठक के साथ जेल में निरुद्ध भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक के बेटे दीपांशु ने शासन व प्रशासन से उनका घर जब्त न किए जाने की गुहार लगाई है। मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी को भेजे पत्र में उसने बताया कि मकान के वैध कागजात मौजूद हैं। उनकी मां कोरोना पॉजिटिव हैं, वह घर में ही आइसोलेट हैं।
गुरुवार को भेजे गए इस पत्र में दीपांशु ने बताया है कि उसके परिवार में मां, छोटा भाई और छोटी बहन हैं। अचानक सरकार ने माता-पिता की उनके वैध संसाधनों से बनाई संपत्ति पर कार्रवाई शुरू कर दी। इसका पता चलने पर वह कोचिग छोड़ औरैया आया है। मां वर्ष 1996 से 2001 तक औरैया की ब्लॉक प्रमुख रही हैं। एक ही मकान औरैया शहर में है, जो मां के नाम पर पंजीकृत है। प्रशासन ने बिना किसी आधार के मकान कब्जे में लिया है। मां लगभग 3-4 दिनों से अस्वस्थ हैं, कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। यदि कोरोना पॉजिटिव मां व परिवार को अगर घर से बेदखल किया गया तो उन सभी के लिए जानलेवा सिद्ध होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी।
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पूर्व ब्लाक प्रमुख की पत्नी ने महिला आयोग को भेजा पत्र
पूर्व ब्लाक प्रमुख संतोष पाठक की पत्नी ने महिला आयोग को पत्र लिखकर बताया कि उनका आवासीय मकान वैध संपत्ति से बनाया गया है। इसके कागजात भी उनके पास हैं। उन्होंने घर से बेदखल न किए जाने की गुहार लगाई है।