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कुपोषण से सुपोषण की ओर ले जाता किचन गार्डन

जागरण संवाददाता औरैया अच्छी सेहत के लिए पौष्टिक खाना यानि हरी सब्जियों का सेवन जरूरी ह

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 11:00 PM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 05:07 AM (IST)
कुपोषण से सुपोषण की ओर ले जाता किचन गार्डन
कुपोषण से सुपोषण की ओर ले जाता किचन गार्डन

जागरण संवाददाता, औरैया : अच्छी सेहत के लिए पौष्टिक खाना यानि हरी सब्जियों का सेवन जरूरी है। खनिज तत्वों से भरपूर ये सब्जियां शरीर को तंदुरुस्त रखने में मदद करती हैं। इसलिए ताजी हरी सब्जियों के लिए आप घर में खाली पड़ी जगह में ही किचन गार्डन बनाकर मौसमी व पसंदीदा सब्जियां उगा सकते हैं। गार्डन में टमाटर, मिर्च, पुदीना, हरा धनिया आदि लगा सकते हैं। पोषण माह के दौरान घर में किचन गार्डन से पौष्टिक आहार का संदेश आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा दिया जा रहा है।

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सितंबर पोषण माह के रूप में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मनाया जा रहा है। हर दिन की गतिविधि शासन द्वारा निर्धारित है। इसका उद्देश्य शून्य से पांच साल तक के बच्चों, गर्भवती, धात्री महिलाओं के कुपोषण को प्रभावी ढंग से दूर करना है, ताकि कुपोषण से होनी वाली बीमारियों व मृत्युदर को कम किया जा सके। इसी क्रम में मंगलवार को ग्राम पंचायत औतों के गांव पुरवा भूपत में धात्री माता उपासना के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सुमन चतुर्वेदी, आशा उमा देवी और इंद्रावती के सहयोग से किचन गार्डन तैयार किया गया।

सुमन चतुर्वेदी ने बताया कि घर में पोषण वाटिका लगाने से हरी सब्जियों पर होने वाले खर्च की बचत होगी। इसके अलावा नियमित रूप से हरी सब्जी व साग का सेवन करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी। पोषण वाटिका में जैविक खाद का प्रयोग करें तथा जिसके पास जितनी जगह है उस अनुसार फल के वृक्ष अथवा मौसमी सब्जी जरूर लगाएं। नियमित रूप से सब्जी व फल भोजन में प्रयोग करने से शरीर स्वस्थ रहता है और बीमारियों से लड़ने की ताकत रहती है। भोजन में पोषक तत्वों की कमी ही मुख्य रूप से कुपोषण का कारण है। कुपोषण से सुपोषण की ओर जाने के लिए पोषण वाटिका का बहुत महत्व है।

प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी ने बताया कि जनपद में कुल 1789 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा कुपोषित बच्चों, महिलाओं के परिजनों से संपर्क करके उनको किचन गार्डन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है तथा पोषण माह के दौरान ऑनलाइन प्रतियोगिता, डिजिटल पोषण पंचायत, वेबिनार तथा अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि सभी आयोजन कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार ही किए जा रहें हैं । गर्भवती को कर रही हैं प्रेरित

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा धात्री महिलाओं को प्रेरित किया जा रहा कि सहजन की सब्जी, सूप आदि का प्रयोग करने से उनका स्वास्थ्य तो उत्तम होगा ही। जन्मे बच्चे भी स्वस्थ होंगे। इतना ही नहीं केंद्र के नौनिहालों को भी इसका सेवन कराया जाएगा, ताकि उन्हें विटामिन युक्त आहार मिल सके।


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