हमले में शहीद हुए पुलिसकर्मी के गांव में गम और गुस्सा
संवादसूत्र रुरुगंज हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे से मुठभेड़ में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद ह
संवादसूत्र, रुरुगंज: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे से मुठभेड़ में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। शहीद हुए एक पुलिस कर्मी का पैतृक गांव रुरुकला में है। यहां पर शहीद के चाचा व अन्य परिवार रहता है। राहुल के पिता गाजियाबाद पर सब इंस्पेक्टर पद पर तैनात थे, इसलिए राहुल वहीं बस गया। शुक्रवार की सुबह जब राहुल की मौत की सूचना रुरुकला पहुंची तो ग्रामीणों में शोक की लहर दौड़ गई और चेहरे पर आक्रोश भी था।
गुरुवार रात कानपुर नगर के चौबेपुर थाना के गांव बिकरू में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर विकास दुबे व उसके साथियों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिग की। जिसमें एक सीओ व एक इंस्पेक्टर समेत आठ पुलिसकर्मियों की मौके पर मौत हो गई। इनमें से एक पुलिसकर्मी राहुल कुमार पुत्र ओमकार निवासी देवेंद्र की भी मौत हो गई। राहुल के पिता गाजियाबाद में सब इंस्पेक्टर पद पर तैनात थे,इसलिए काफी सालों वह लोग गाजियाबाद में रह रहे थे। यहां पर चाचा, ताऊ व अन्य सभी लोग रह रहे है। राहुल कुमार ने पुलिस की नौकरी बर्ष 2016 में ज्वाइन की थी। राहुल तीन भाई बहन था। वह दूसरे नंबर का था। दोनों भाई गाजियाबाद में प्राइवेट कंपनी में जॉब करते है। राहुल की शादी फरवरी 2018 में दिव््या के साथ हुई थी। राहुल की एक ढाई माह की बेटी भी है। राहुल की मौत की खबर सुनकर शुक्रवार सुबह सुनकर ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। चाचा गेंदालाल दिवाकर, हरी दिवाकर, विक्की, राजकुमार, कमला देवी व अन्य लोग कानपुर चले गए। चचेरे भाई विपिन ने बताया कि अंतिम संस्कार शनिवार को रुरुकला में किया जाएगा। जनवरी में गांव आया था: राहुल अपने गांव के युवाओ के साथ बेहद लगाव रखता था और गंाव आने पर सभी साथियो के साथ क्रिकेट भी खेलता था। राहुल के चचेरे भाई विपिन कुमार ने बताया कि अंतिम बार राहुल जनवरी में गांव आया था। राहुल की तैनाती कुछ दिन पूर्व ही बिठूर थाने में हुई थी। गांव में राहुल के सभी दोस्त भी स्तब्ध है।