सहालग में चमका सोना, सराफा बाजार में लौटी रौनक
जागरण संवाददाता औरैया कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन की ओर से गाइड लाइन जारी क
जागरण संवाददाता, औरैया : कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन की ओर से गाइड लाइन जारी की गई है, लेकिन कोरोना पर सहालग भारी पड़ती नजर आ रही है। सहालग में जहां कपड़ा बाजार गर्म है, वहीं सराफा बाजार भी पीछे नहीं है। सहालग के चलते सराफा बाजार में ग्राहकों की जमकर भीड़ उमड़ रही है। शादी धूमधाम से मनाए जाने के लिए लोग मंहगाई के बावजूद जमकर खरीदारी कर रहे हैं। वैवाहिक कार्यो को लेकर बाजार में खरीदारी होने लगी है। आभूषण खरीदने के लिए आ रहे ग्राहकों से सराफा बाजार में रौनक दिख रही है। आभूषणों की खरीदारी के साथ उनकी बुकिग भी कराई जा रही है। सोने व चांदी के साथ आर्टीफिशियल ज्वेलरी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ लगी हुई है।
वैश्विक महामारी कोरोना के चलते काफी समय से सराफा बाजार ठंडा पड़ा हुआ था। दीपावली के बाद अब सहालग ने बाजारों में रौनक लौटा दी है। 25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी से वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं। इसके लिए पहले से ही तैयारी करने के लिए बाजार में लोग फर्नीचर, कपड़े, इलेक्ट्रोनिक्स के सामान के साथ आभूषणों की भी खरीदारी कर रहे हैं। सराफा बाजार में दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है। सोने के आभूषणों में सबसे अधिक खरीदारी की जा रही है। इसमें जंजीर, ब्राइडल रिग, कॉलर सेट, चूड़ी, मंगलसूत्र आदि की मांग अधिक है। वहीं चांदी के आभूषणों में बिछुआ, हाफ कमरबंद, पायजेब को बहुत पसंद किया जा रहा है। मनपसंद ज्वेलरी बनवाने के लिए एडवांस बुकिग भी कराई जा रही है।
शादी व समारोह में सजने की बात हो तो आर्टीफिशियल ज्वेलरी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसमें सबसे अधिक चिक व पोल्की सेट के साथ ब्राइडल सेट भी खूब पसंद किए जाते हैं। इसे 250 से लेकर 3000 रूपये में लिया जा सकता है। इनको प्रयोग करने के बाद आधी कीमत पर इन्हें वापस किया जा सकता है। दुकानदार वेदप्रकाश वर्मा कहना है कि सहालग के चलते बाजार में ग्राहक तो बढ़े हैं। इसमें सबसे अधिक खरीदारी बेटे व बेटियों के विवाह को लेकर हो रही है। वहीं उपहार देने के लिए भी लोग सोने व चांदी के आभूषणों की खरीदारी कर रहे हैं।
ग्राहक कमला देवी ने बताया कि
आर्टीफिशियल ज्वेलरी का चलन शुरू हो रहा है। इसे कम खर्चे पर आसानी से खरीदा जा सकता है। साथ ही प्रयोग करने के बाद आधी कीमत पर दुकानदार को वापस भी की जा सकती है।