रजबहा में पानी आने से किसानों के चेहरे खिले
संवाद सूत्र, रुरुगंज : क्षेत्र में एक सैकड़ा से अधिक गांवों के किसान बासक रजबहा पर निर्भर है
संवाद सूत्र, रुरुगंज : क्षेत्र में एक सैकड़ा से अधिक गांवों के किसान बासक रजबहा पर निर्भर हैं। कुछ गांव के किसान इसमें बांध डालकर पानी आने में अवरोध उत्पन्न कर देते हैं। इस समस्या को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसका संज्ञान अधिकारियों ने लेकर रजबहा में लगे बंधा को हटवाया। परिणामस्वरूप रजबहा में पर्याप्त पानी आना शुरू हो गया और सैकड़ों गांव के किसानों के मायूस चेहरे फिर से खिल उठे।
क्षेत्र में लगभग एक सैकड़ा से अधिक गावों में धान की फसल की ¨सचाई बासक रजबहा से ही होती है। इस समय फसल को पानी की जरूरत भी है। लेकिन कुछ लोगों द्वारा पानी रोके जाने पिछले कई माह पानी न आने से किसानों की फसल सूखने लगी थी। दैनिक जागरण ने 15 अक्टूबर के अंक में ' बंबा में लगे बांध से फसल सूखने की कगार पर' नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद आला अधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए ¨सचाई विभाग को रजबहा में पानी को रोके जाने की जांच कराए जाने का आदेश दिया। उसके बाद ¨सचाई विभाग के कुछ कर्मचारी रजबहा में लगे बांध की जांच करने गए और कुदरकोट चौकी के अंतर्गत लड़ैयापुर गाव में बंबे में लगे बांध को हटवाया। जांच में जहां भी बांध लगा मिला उसको तत्काल हटवाकर रजबहा में पानी शुरू कराया। सैकड़ों गांव के किसानों की फसल में पानी की समस्या से निजात मिल गई। बासक रजबहा करहल से बहबा, रुरुखुर्द, बाबा का शाला होते हुये हरचंदपुर तक जाता है। इसमें पानी आने से खेती अच्छी होने की उम्मीद रहती है। क्षेत्र के मसूदपुर ,इकघरा, बिशुनपुर, खरगपुर,कुसमरा, पुर्वा गुमानी, रुरुखुर्द, बरकापुरवा, मुग्गपुर, बिजौड़ा, सोहनी, कछपुरा आदि गावों के किसानों में अब अच्छी पैदावार की उम्मीद बंधी है। सरनाम राजपूत, अनमोल पोरवाल, गौरव यादव, राजुल दीक्षित, प्रेमचंद दीक्षित, जौली आदि ने जिलाधिकारी व दैनिक जागरण की इस कार्य के लिए भूरि-भूरे प्रशंसा की।