एकाग्र हो किया परिश्रम, सफलता ने मचा दी शोर
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जागरण संवाददाता, औरैया: कुछ करने का जज्बा हो तो लक्ष्य हर हाल में पाया जा सकता है। कहा भी जाता है कि 'जहां चाह वहां राह'। ग्राम पंचायत उमरी की निवर्तमान प्रधान प्रेमिना ने भी अपने गांव के विकास के लिए काफी कुछ किया। जाहिर है, उन्हें विकास के रूप में 'राह' भी मिली। उनके अथक प्रयास से गांव आज विकास के पथ पर अग्रसर है। उनके एकाकी परिश्रम ने सफलता का शोर तो मचा ही दिया है। प्रेमिना के ससुर व ननद भी प्रधान रह चुके हैं। गांव में गोशाला का निर्माण हो, पशु चिकित्सालय, 17 वाटर कूलर के अलावा उन्होंने गांव में अनेकानेक कार्य कराए। जिसका फायदा ग्रामीणों को मिल भी रहा है।
निवर्तमान ग्राम प्रधान ने महिलाओं को इज्जतघर दिलाने को लेकर सक्रिय रहीं। उनके गांव की गलियों से स्कूल तक स्वच्छता नजर आती है। जिसको लेकर उन्हें एक अक्टूबर 2019 में स्वच्छता के लिए पुरस्कार भी मिल चुका है।
ग्राम पंचायत उमरी की आबादी 15 हजार से ज्यादा है। पंचायत में करीब 6200 वोटर अपने ग्राम प्रधान का चुनाव करते हैं। निवर्तमान ग्राम प्रधान प्रेमिना सिंह को स्वच्छ भारत मिशन के तहत मुख्यमंत्री पुरस्कार मिल चुका है। पंचायत के विकास के लिए 50 से ज्यादा गलियों में इंटरलॉकिग, एक जन सेवा केंद्र पशु अस्पताल का निर्माण करवाया गया है। स्कूलों का कायाकल्प करवाया गया जहां स्वच्छता व हरियाली है। पंचायत में 17 वाटर कूलर करवाने के साथ-साथ पंचायत मैं भी अन्य तमाम विकास कार्य किए गए हैं। महिला प्रधान को गोवंश से भी लगाव है, वह उनके बीच जाकर उनकी सेवा करती हैं। गांव की गोशाला में 190 गोवंश हैं, जिनकी देखरेख की जा रही है। निवर्तमान ग्राम प्रधान प्रेमिना सिंह ने समाजशास्त्र विवेकानंद ग्रामोद्योग से उन्होंने डिग्री प्राप्त की है। उन्हे समाज को लेकर विकास कार्यों को लेकर जो पढ़ाई की है। उसे उन्होंने धरातल में कर दिखाया। प्रेमिना सिंह कहती हैं कि अगर कुछ अच्छा करने ठाने ले तो उसे किया जा सकता है। बस इच्छा शक्ति होनी चाहिए। विगत पांच साल की सेवा में मैंने गांव के विकास को कोई कसर नहीं छोड़ रखी। मेरे साथ विकास कार्यों को लेकर सफल बनाने के लिए मेरे पति आशु पाल ने पूरा सहयोग किया। हमेशा ही मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
वॉल पेंटिग कर रहीं जागरूक
ग्राम पंचायत उमरी में कायाकल्प के तहत प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय जिनमें बच्चों बेहतर शिक्षा के लिए दीवारों पर वाल पेटिग कराई गई है। दिव्यांगो के लिए रैंप बनवाया गया है। वहीं विद्यालय में मॉडल इज्जतघर बना, जिसमें पानी की समुचित व्यवस्था है। गर्मियों में बच्चों को ठंडे पानी के लिए वाटर कूलर भी लगवाया गया है। सभी विद्यालयों के परिसर में इंटरलॉकिग करवाई गई है जिससे बरसात में भी कीचड़ नहीं होता है। बच्चे आराम से विद्यालय पहुंच जाते हैं।
इज्जतघर बने तो महिलाओं को दिलाया अधिकार:
महिला ग्राम प्रधान ने महिलाओं को लेकर सजग रहीं। उन्होंने हमेशा ही खुले में शौच का विरोध किया। ग्राम पंचायत में उन्होंने लगभग सभी परिवारों को इज्जतघर की सौगात दी जिससे महिलाएं खुले में शौच न जाएं। समूह से महिलाओं को दिलाया रोजगार
प्रधान प्रेमिना सिंह ने महिलाओं को रोजगार दिलाने के लिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। जिससे पंचायत में दो समूहों का गठन किया गया है। महिलाएं अब सशक्त हो रही हैं। सड़कों पर बहता था गंदा पानी, चकाचक कर दी गलियां
ग्राम पंचायत उमरी में कई गलियां ऐसी भी थी जहां नालियों का गंदा पानी बहता था, इसको लेकर ग्राम प्रधान ने इंटरलाकिग करवा दी है। ऐसी पचास से ज्यादा सड़कों का निर्माण कराया है। जिससे लोगों को आवागमन में आसानी हो गई है। शुद्ध पेयजल की दी सौगात
ग्राम पंचायत में प्रधान ने लोगों को शुद्ध पेयजल के लिए पंचायत में 17 वाटर कूलर भी लगवा दिए हैं। जिसे स्कूलों के पास लगाए गए हैं। ग्राम वहीं मुख्य स्थलों पर लगवाए गए हैं जिससे राहगीरों को भी पानी मिल जाता है। अन्ना जानवरों से मिली निजात
ग्राम पंचायत में अन्ना जानवर फसलों को चौपट कर देते इसको लेकर प्रधान ने स्थाई गोशाला बनवाई है। जिसकी क्षमता 200 गोवंश की है। यहां पर गोवंश को सर्दी से बचाव को लेकर तिरपाल लगाई गई है। उनके चारे के लिए पर्याप्त इंतजाम रहता है।