गोशाला में गोवंशों को नहीं मिल रहा चारा
संवादसूत्र सहायल कस्बा के करचला गांव में बनी अस्थाई गोशाला में समय से चारा न मिलने के कार
संवादसूत्र, सहायल : कस्बा के करचला गांव में बनी अस्थाई गोशाला में समय से चारा न मिलने के कारण गोवंशों की हालत बिगड़ रही है। गोवंशों को दिन में एक समय खाने के लिए नादों में पानी भरकर उसमे नाम मात्र की बाजरा की सूखी कुटी व सड़ा भूसा दिया जा रहा है। जिस कारण आए दिन वह बीमार होकर अपनी जिदगी गवां रहे हैं। कई बार ग्रामीणों की ओर से शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
अस्थाई गोशाला में करीब 367 गोवंश हैं। पिछले सप्ताह हुई बारिश से खुले में रखा भूसा भीगने से सड़ गया है। ग्रामीणों ने बताया कि देखरेख गोशाला कर्मियों द्वारा गेट के बाहर से होती है। लिहाजा, परिसर में कीचड़ व गंदगी फैली है। सड़ा भूसा व बाजरा की कर्वी मवेशी खा नहीं रहे हैं। भूख-प्यास से तड़प-तड़पकर आए दिन मवेशियों की मौत होती रहती है। इसके बाद उन्हें वहीं दफन कर दिया जाता है। अधिकारी गोशाला का निरीक्षण करने आते हैं तो व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी जाती हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गायों की मौत के बाद भी उन्हें उठाने की उचित व्यवस्था नहीं है। शिकायत के बाद भी अधिकारी नहीं सुन रहे हैं। अभी भी गोशाला में कई गोवंश बीमार हैं। इससे पूर्व भी जिले के कई पशु आश्रय स्थलों में गायों की मौतें हो चुकी हैं। ग्राम पंचायत प्रधान श्याम सिंह का कहना है कि समय से पैसा नहीं मिल रहा है।30 रुपये में क्या होता है। बिधूना एसडीएम रमापति ने बताया कि ब्लॉक की गोशाला का कार्यभार व डाटा वीडियो के पास उपलब्ध है। फिलहाल उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। खंड विकास अधिकारी सौरभ श्रीवास्तव ने बताया की प्रधान को सरकार की 30 रुपये दी गई राशि को मानना ही पड़ेगा। यह राशि पूरे प्रदेश में लागू है। अगर कोई गोवंश भूख के कारण या सर्दी से मरता है, तो कार्रवाई की जाएगी।