14 मरीजों ने कोरोना को दी मात, 20 और पॉजिटिव
जागरण संवाददाता औरैया कोरोना संक्रमण की दौर जारी है। एक बार फिर से जिले में मरीजो
जागरण संवाददाता, औरैया : कोरोना संक्रमण की दौर जारी है। एक बार फिर से जिले में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। जिससे स्वास्थ विभाग भी तैयारियों में जुट गया है। शुक्रवार को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार 20 नए संक्रमित मिले हैं, जिससे संक्रमितों का आंकड़ा 3,112 पहुंच गया है। वहीं 14 रोगियों ने कोरोना को मात दे दी है जिससे कुल स्वस्थ होने की संख्या 2,857 पहुंच गई है। कुल 216 सक्रिय केस हैं। कुल 39 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है।
डीएम अभिषेक सिंह ने बताया कि 20 नए रोगी मिले है जिसमें शहरी क्षेत्र में मोहल्ला सत्तेश्वर में तीन, गोविद नगर, आवास विकास, यश प्लाजा, जिला चिकित्सालय, में एक-एक रोगी मिले हैं। इसके अलावा जनेतपुर,गेलगांव, एरवाटीकुर में दो-दो और ग्राम बखरिया, वकारपुर, दिबियापुर, सेऊपुर, याकूबपुर में एक-एक रोगी मिले हैं। जिला जालौन का भी एक रोगी मिला है। उन्होंने बताया कि 14 मरीज ठीक हुए हैं। जिनमें 11 मरीज पिछले दस दिनों से होम आइसोलेशन में थे। उन्होंने ने बताया कि जिले में अब तक 3,112 मरीज पाए जा चुके हैं। जिनमें 2,857 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 216 मरीज अभी भी सक्रिय हैं। वहीं अब तक कुल 39 लोगों की कोरोना संक्रमण से मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को 1,901 सैंपल लिए गए हैं जिसमें एंटीजन के 826 व आरटीपीसीआर के 1069 और ट्रूनॉट से छह सैंपल लिए गए हैं। छठ पर्व पर महिलाओं ने दिया अस्त होते सूर्य को अर्घ्य
संवाद सूत्र, दिबियापुर : कस्बा स्थित निचली गंग नहर पर छठ पूजा स्थल पर महापर्व के तीसरे दिन शुक्रवार शाम अस्त होते सूर्य को व्रत रखकर महिलाओं ने अर्घ्य दिया। संतान प्राप्ति व मंगलकामना के लिए रखे जाने वाले छठ पर्व के दूसरे दिन खरना का आयोजन किया गया था। जबकि कार्तिक मास की छठ पर्व मनाने से पहले शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया गया। शनिवार सुबह उगते हुए सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाएगा।
गुरुवार को छठ का व्रत रखने वाली महिलाओं ने घर में खरना पूजन करने के साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करते हुए यह पर्व मनाया। नवरत्न कंपनी गेल व एनटीपीसी संस्थानों में बड़ी संख्या में कार्यरत पूर्वांचल व बिहार के कर्मियों की महिलाएं इस व्रत को रखतीं हैं। छठ पूजा से जुड़े आयोजन परिसर में स्थापित तरणताल पर संपन्न होते थे। लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के तहत सामूहिक आयोजन न करके अपने घरों में बनाए कृतिम जलकुंड में पानी में खड़े रहकर डूबते सूर्य को अर्घ देकर जीवन में सुख शांति की कामना की। इसके साथ ही बांस की टोकरी में फल, ठेकुआ आदि सजाकर उपासना की गई।शनिवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसी के साथ व्रत पूर्ण कर छठ पर्व का समापन होगा।