विवाह के बंधन में बंधे 116 जोड़े, बड़ों ने दिया आशीर्वाद
संवाद सूत्र दिबियापुर कस्बे के नारायणी मंडपम गेस्ट हाउस में विभिन्न क्षेत्रों से विवाह के लि
संवाद सूत्र, दिबियापुर : कस्बे के नारायणी मंडपम गेस्ट हाउस में विभिन्न क्षेत्रों से विवाह के लिए पंजीकृत 116 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुए कार्यक्रम में नवविवाहित जोड़े काफी खुश दिखे। कृषि राज्यमंत्री, राज्यसभा सदस्य व डीएम की उपस्थिति में गायत्री परिवार द्वारा विधि विधान से विवाह संपन्न कराया गया। दंपतियों को सभी ने आशीर्वाद दिया, उनके मंगलमय भविष्य की कामना की।
मुख्य अतिथि कृषि राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से अब तक लाखों जोड़े लाभान्वित हो चुके है। उक्त योजना के तहत दहेज की कुप्रथा से मुक्ति, विवाह उत्सव में अनावश्यक अपव्यय, सर्वधर्म समभाव तथा सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना भी है। राज्यसभा सदस्य गीता शाक्य ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा इस प्रकार के आयोजन को प्रत्येक जनपद में कराकर जहां गरीबों परिवारों के विवाह सम्पन्न कराकर समाजिक दायित्वों का निर्वहन कर रही है। वहीं आपसी भाईचारा और सौहार्द भी बढ़ा रही है। जिलाध्यक्ष श्रीराम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन हमें सामाजिक समरसता का संदेश दे रहा है। इससे फिजूलखर्ची पर रोक लगने के साथ ही सामाजिक बुराईयां भी दूर हो रही हैं। जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा व मुख्य विकास अधिकारी अशोक बाबू मिश्रा ने भी सभी जोड़ों व उनके स्वजन को बधाई देते हुए मंगलमय भविष्य की कामना की। इस दौरान ब्लाक प्रमुख सौरभ भूषण शर्मा, एडीएम रेखा एस चौहान, एडीएम न्यायिक एमपी सिंह, भाजपा मीडिया प्रभारी दिलीप मिश्रा के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।
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कन्या के खातें में मिली धनराशि
जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत प्रत्येक जोड़ों पर करीब 51 हजार रुपये खर्च किया जा रहा है। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना सरकार की सामाजिक कल्याण की प्रतिबद्धता को बताने को काफी है।
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चार जोड़ों को पढ़ाया गया निकाह
समाज कल्याण अधिकारी आवेश कुमार सिंह ने बताया कि 124 जोड़ो ने अपना पंजीकरण विवाह के लिए कराया था। किन्हीं कारणों से आठ जोड़े उपस्थित नहीं हो पाए। इस वजह से 116 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया। विवाह कार्यक्रम में चार जोड़ों का निकाह कराया गया, जबकि 112 जोड़ों को हिदू रीति रिवाज से विवाह कराया गया। इस कार्यक्रम में प्रति जोड़े को स्टील की थाली, गिलास, कटोरी, चम्मच, एक-एक मग,कंबल, कुकर, बैग, लाल चुनरी, टंकी, साड़ी- पेटीकोट, बिछिया व पायल उपहार में दिया गया।