11 क्रय केंद्र हुए कम, किसानों की बढ़ेगी समस्या
जागरण संवाददाता औरैया खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में भुगतान लंबित रखने 11 क्रय केंद्रों को भ
जागरण संवाददाता, औरैया : खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में भुगतान लंबित रखने 11 क्रय केंद्रों को भारी पड़ गया। डिप्टी आरएमओ ने इन केंद्रों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं। इससे क्रय केंद्रों की संख्या घटकर 33 रह गई है। इसका असर धान खरीद पर पड़ऩे की संभावना बढ़ गई है। क्रय केंद्र कम होने होने से किसानों की समस्याएं बढ़ जाएगी। पहले से ही क्रय केंद्रों की संख्या कम होने से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
अपर मुख्य सचिव सहकारिता ने पर्याप्त धनराशि का अभाव होने के कारण यूपीएसएस के कंचौसी, सहायल, असैनी, याकूबपुर, भदौरा, रामपुर लालपुर, एरवाकटरा को बंद करने का निर्णय लिया गया है। खाद्य विभाग के माध्यम से संचालित औरैया एग्रोकेयर प्रोडयूसर कंपनी लिमटेड पसईपुर केशमपुर (दिबियापुर मंडी), पुर्वा सोमवंशी, बंथरा, धुपकरी क्रय केंद्रों पर धान विक्रय करने वाले किसानों को काफी अधिक भुगतान ²ष्टिगत जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी सुधांशु शेखर चौबे ने संचालित क्रय केंद्रों को बंद करने की संस्तुति की गई है। धान खरीद केंद्र के लिए कुल 44 केंद्र जनपद में संचालित थे। 11 केंद्र बंद होने से अब इनकी संख्या घटकर 33 हो गई है। धनराशि के अभाव में केंद्र बंद होने का असर धान खरीद पर पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं किसानों की परेशानी बढ़ेगी। प्रशासन के इस निर्णय से आढ़तियों की चांदी हो गई है। किसान पहले ही केंद्र पर धान बेंचने के लिए मशक्कत कर रहे थे। ऐसे में केंद्रों की संख्या घटने से उनकी मुसीबतों में और अधिक इजाफा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सुंधाशु शेखर चौबे ने बताया कि शासन के आदेश पर क्रय केंद्रों की संख्या कम की गई है। अब तक हुई 45 फीसद खरीद
जहां एक ओर जिला प्रशासन धान खरीद की रफ्तार बढ़ाए जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं दूसरी ओर क्रय केंद्रों की संख्या कम होने किसानों की समस्याएं बढ़ जाएगी। अभी तक 45 फीसद धान खरीद हुई है।