तेंदुए के हमले से ही हुई जलधारा की मौत
हसनपुर गांव देहरी खादर निवासी किसान रोहन सिंह की बेटी जलधारा की तेंदुए के हमले से ही मौत हुई थी।
हसनपुर : तहसील क्षेत्र के गांव देहरी खादर निवासी किसान रोहन सिंह की बेटी जलधारा 18 वर्ष की मौत तेंदुए के हमले से ही हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चिकित्सक ने मृतका के गले पर पंजे लगे होने से उसकी मौत जानवर के हमले से ही होने की पुष्टि की है।
गांव निवासी रोहन सिंह मंगलवार सुबह अपनी पत्नी लालकौर तथा बेटी जलधारा के साथ खेत पर काम करने गए थे। तीनों लगभग 50 फीट के फैसले से काम कर रहे थे। इसी दौरान बेटी की चीख निकलने पर पति पत्नी उधर दौड़े। बकौल लालकौर उन्होंने बेटी को खींच कर ले जाते हुए तेंदुए को अपनी आंखों से देखा था। हालांकि शोर-शराबा सुनकर तेंदुआ गंभीर हालत में युवती को छोड़कर फरार हो गया। परिजन उसे लेकर जब तक रहरा अस्पताल पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सा अधीक्षक डॉ सौरभ त्यागी ने देखते ही मृत घोषित कर दिया था। अब पीएम रिपोर्ट ने भी तेंदुए के हमले से जलधारा की मौत होने की पुष्टि कर दी है। तेंदुए को गंभीरता से नहीं ले रहा वन विभाग
दो महिलाओं की मौत से भी नहीं टूट रही नींद हसनपुर : तहसील क्षेत्र सहित पूरे जनपद में तेंदुए के शोर से लोग दहशतजदा हैं। 15 दिन के अंदर तेंदुए के हमले से दो महिलाओं की मौत तथा पांच किसानों के जख्मी होने के बावजूद वन महकमा तेंदुओं को लेकर गंभीर नहीं है।
खजूरी तथा मुबारिजपुर से दो तेंदुए पकड़े जा चुके हैं। मंगरौली में एक युवक ने जंगल में घूमते तेंदुए का फोटो खींचकर वायरल की थी। वहीं गजरौला के मुरादपुर गांव में भी लोगों ने तेंदुए की वीडियो बनाकर वायरल की। तेंदुए के खौफ से खेती का कार्य प्रभावित हो रहा है। लोगों ने खेतों पर जाना बहुत कम कर दिया है।
इधर देहरी खादर में तेंदुए के हमले में जलधारा की मौत के बाद वन विभाग द्वारा जंगल में पिजड़ा तक नहीं लगाया गया है। महज तीन कर्मचारी रात तक तेंदुए के निगरानी करने के बाद लौट गए हैं। ग्राम प्रधान का कहना है कि युवती की मौत के बाद से पूरा गांव तेंदुए को लेकर दहशत में है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सुभाष चौधरी का कहना है कि तेंदुए की तलाश में सर्च अभियान चल रहा है। तीन चार कर्मचारी निगरानी में लगे हुए हैं।