आशीर्वाद को हजारों ने दरबार में टेका मत्था
गजरौला बस्ती के प्राचीन मां ललिता दैवी के मंदिर में दूसरे मंगलवार को आस्था उमड़ पड़ी।
गजरौला : बस्ती के प्राचीन मां ललिता दैवी के मंदिर में दूसरे मंगलवार को आस्था उमड़ पड़ी। यहां शहर व बाहरी क्षेत्रों से जुटे हजारों भक्तों ने मंदिर के कपाट खुलते ही लंबी लाइन में लग दैवी मां के दरबार में माथा टेकते हुए दर्शन किए।
होली के बाद यहां चैत्र माह में प्रत्येक मंगलवार को दैवी मां के भक्त माथा टेकने व प्रसाद चढ़ाने पहुंचते हैं। आज मंगलवार होने के कारण भक्त सुबह से ही उमड़ना आरंभ हो गए। भोर में कपाट खुलते ही मां ललिता दैवी के दर्शन करने व दरबार में माथा टेकने के लिए महिला, पुरुषों , बच्चों व बुजुर्गों की कतार लग गई। उसके बाद जैसे-जैसे दिन निकला। भीड़ और बढ़ती गई। दस बजे तक यहां मंदिर के बाहर लंबी लाइन लग गई। आसपास के क्षेत्र में उमड़ी आस्था ही नजर आ रही थी, जो काफी लंबी कतार में लग मंदिर में प्रवेश कर माथा टेककर दैवी मां को प्रसाद अर्पित कर पा रहे थे। इस दौरान भक्तों में खासा उत्साह नजर आ रहा था। बच्चे घंटे भी बजा रहे थे। कई सौ साल पुराना है मंदिर, हर साल लगता है मेला
गजरौला : बस्ती में सरस्वती शिशु मंदिर के सामने मां ललिता दैवी का मंदिर कई सौ साल पुराना बताया जाता है। यहां हर साल होली के बाद चैत्र माह के प्रत्येक मंगलवार को गजरौला व जनपद ही नहीं बल्कि सम्भल, चंदौसी, दिल्ली, गुडगांव व हरियाणा तक से भक्त मंदिर पर दैवी के दर्शन को पहुंचते हैं। यहां छोटे बच्चों के सिर के बालों का मुंडन कराने की भी परपंरा है। इसे आज भी खासे श्रद्धालु निभाते नजर आ रहे थे। नियमों का नहीं हुआ पालन
गजरौला : कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे के कारण यहां बैरिकेडिग तो पुलिस मंदिर के पुजारी इत्यादि से मिलकर करा दी, लेकिन पुलिस यहां लगने वाले मेले को नहीं रोक सकी। यहां खासी दुकानें भी लगी थीं। इससे श्रद्धालु माथा टेकने व प्रसाद चढ़ाने के बाद इन दुकानों पर चाट पकौड़ी खाने के साथ बच्चों के लिए खेलखिलौने भी खरीद रहे थे। उमड़ी भारी भीड़ व दुकानों को देख मौजूद एसएसआइ प्रमोद पाठक व अन्य स्टाफ दुकानदारों को अगले मंगलवार में नहीं आने की जरूर हिदायत दे रहा था।