जीत ने भुला दिया चोट का दर्द : शमी
अमरोहा : आस्ट्रेलिया टीम को उसी के घर में मात देकर बार्डर-गावस्कर ट्राफी जीतने पर चोटिल तेज गेंदबाज
अमरोहा : आस्ट्रेलिया टीम को उसी के घर में मात देकर बार्डर-गावस्कर ट्राफी जीतने पर चोटिल तेज गेंदबाज मुहम्मद शमी उत्साहित हैं। इस जीत का श्रेय उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में ट्राफी जीतने वाली टीम इंडिया के प्रत्येक सदस्य को दिया है। युवा खिलाड़ियों ने देशवासियों को गौरवांवित किया है। उन्होंने बताया कि जब चोटिल हुआ था तो आंखों में आंसू थे लेकिन, अब इस जीत ने दर्द भुला दिया है। इंशाअल्लाह जल्दी ही टीम के साथ फिर से जुड़ जाऊंगा। बोले-चोट लगना खेल का हिस्सा है, इसके लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता।
मंगलवार को टीम इंडिया ने ब्रिसबेन के गाबा में बार्डर-गावस्कर ट्राफी के चौथे टेस्ट मैच में आस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज पर कब्जा कर लिया। यह जीत देशवासियों के लिए जश्न तो टीम इंडिया के लिए गर्व का अवसर रही। टीम की मुख्य धारा के सात खिलाड़ियों के चोटिल होने के बाद युवा खिलाड़ियों ने साबित कर दिया कि वह किसी भी माहौल में किसी भी टीम को पराजित कर सकते हैं।
पहला टेस्ट खेल कर चोट लगने के बाद स्वदेश लौटे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भी इस जीत से उत्साहित हैं। बुधवार को दैनिक जागरण के साथ अपनी खुशी साझा की। मोहम्मद शमी ने टीम के साथ ही सारे देश को जीत की बधाई दी। बोले-जब मैं चोटिल हुआ तो आंखों में आंसू आ गए। यह आंसू दर्द के नहीं बल्कि एक के बाद एक चोटिल हो रहे खिलाड़ियों व देश की साख के लिए थे। युवा खिलाड़ियों द्वारा दी गई जीत से सारा दर्द भूल गया।
इन दिनों गांव सहसपुर अलीनगर स्थित घर पर चोट से उबर रहे इस तेज गेंदबाज ने सारा श्रेय टीम के प्रत्येक सदस्य को दिया। कहा वह इसके हकदार थे। युवा जोश ने दिखा दिया कि वह किसी भी माहौल में किसी भी देश की टीम को हराने का माद्दा रखते हैं। सिराज, गिल, पंत, वाशिगटन ने लाजवाब प्रदर्शन किया। आइपीएल के फौरन बाद सीरीज का असर खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर कितना पड़ा इस सवाल पर उन्होंने कहा आइपीएल ने सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। फिटनेस टेस्ट के बाद ही टीम रवाना हुई थी। चोट लगना खेल का हिस्सा है। हमें नकारात्मक नहीं सोचना चाहिए। अपनी फिटनेस के बारे में बोले कि वह तेजी के साथ चोट से उबर रहे हैं। डाक्टरों की निगरानी में हूं, जल्दी ही ठीक होकर इंशाअल्लाह मैदान पर वापसी करूंगा।