कोहरे में जरा सी लापरवाही ओढ़ा देती है सफेद चादर
अमरोहा: मौसम बदल चुका है। अब घने कोहरे की सफेद चादर सफर में रोड़ा बनेगी। इस दौरान सड़क पर जरा सी चूक म
अमरोहा: मौसम बदल चुका है। अब घने कोहरे की सफेद चादर सफर में रोड़ा बनेगी। इस दौरान सड़क पर जरा सी चूक मौत की नींद सुला सकती है या फिर हमेशा के लिए बैसाखी पकड़ने को मजबूर कर देगी। विगत तीन वर्षों में वाहन चलाते समय बरती गई लापरवाही के चलते हुए हादसों में जिले में 598 लोग मौत की नींद सो चुके हैं जबकि, 608 लोग घायल हो गए हैं। इसके बावजूद लोग यातायात के नियमों का पालन नहीं कर रहे। यही वजह है कि हादसे बढ़ रहे हैं।
माह नवंबर शुरू होते ही ट्रैफिक पुलिस यातायात जागरूकता माह का शुभारंभ कर देती है। लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने की जानकारी दी जाती है। इसके बावजूद लोग नियमों की अनदेखी कर वाहनों को सरपट दौड़ाते हैं। इसका नतीजा हादसों के रूप में सामने आता है। जिले में हुए हादसों पर नजर दौड़ाई जाए तो विगत तीन वर्षों में अमरोहा जनपद में हादसों में कमी आई है। मृतकों व घायलों की संख्या भी घटी है परंतु फिर भी हादसे होना चिताजनक है।
अब सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। घना कोहरा भी आएगा। इसमें हादसे होने की आशंका बढ़ जाती है। यदि लोग नियमों का पालन करेंगे तो निश्चित ही हादसों में कमी आएगी। बीते तीन साल में हुए हादसों में अधिकांश सर्दी के मौसम में हुए हैं। बीते तीन साल में जिले में हुए सड़क हादसों में 598 लोग मौत की नींद सो चुके हैं जबकि 608 लोग घायल हो गए हैं। टीएसआइ सुरेंद्र अत्री बताते हैं कि घने कोहरे में ²श्यता कम हो जाती है परंतु कुछ लोग फिर भी तेज रफ्तार से वाहन चलाते हैं। इसके चलते हादसे होते हैं।
कहा समय-समय पर पुलिस वाहन चालकों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाती है। कोहरे में वाहन चलाते समय क्या सावधानी बरतनी चाहिए इस बारे में जानकारी दी जाती है। लोगों को स्वत: यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए ताकि सड़क हादसों में कमी आए। वह खुद व दूसरे भी सुरक्षित रहें।
तीन वर्ष में हुए हादसों पर नजर- वर्ष 2020 (15 नवंबर तक)
हादसे- 251, मौत- 150
घायल- 167
वर्ष 2019
हादसे- 346
मौत- 209
घायल- 206 वर्ष 2018
हादसे- 327
मौत- 239
घायल- 235