वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों ने की मानदेय दिलाने की मांग
अमरोहा माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा ने शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को मानदेय की मांग की।
अमरोहा : माध्यमिक वित्त विहीन शिक्षक महासभा ने शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को मानदेय दिलाने की मांग की। जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। कहा है कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद होने से उन्हें मानदेय नहीं मिला है और वह आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे संगठन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम उमेश मिश्र को सौंपा। जिलाध्यक्ष गिरीश कुमार शास्त्री ने कहा प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा में लगभग कुल 6000 विद्यालयों के सापेक्ष लगभग 22 हजार सेल्फ फाइनेंस/ अन एडेड अर्थात वित्तविहीन विद्यालय संचालित हैं। इनमें कार्यरत लगभग 3.50 लाख शिक्षक प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा के लगभग 87 फीसद परीक्षार्थियों को शिक्षित करते हैं। यह शिक्षक अपने विद्यालय में जमा होने वाले शुल्क से वेतन के रूप में बहुत ही कम पारिश्रमिक लेकर एवं व्यक्तिगत कोचिग करके अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण कर पाते हैं। पिछले कई माह से विद्यालय बंद है, फीस न आने के कारण शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के भरण-पोषण का इंतजाम नहीं हो पा रहा है।
कहा, प्रवासी मजदूरों एवं अन्य समस्याग्रस्त लोगों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जा रही है परंतु सरकार ऐसे मुश्किल वक्त में शिक्षकों की उपेक्षा कर रही है। इससे यह वर्ग भुखमरी के कगार पर पहुंचकर हताश एवं निराश हैं। मांग की कि शिक्षकों को भरण-पोषण हेतु अविलम्ब मासिक मानदेय की व्यवस्था की जाए। शिक्षणेत्तर कर्मचारी को राहत राशि उपलब्ध कराई जाए अन्यथा संगठन आंदोलन को बाध्य होगा।
ज्ञापन देने वालों में शमीम अहमद, उस्मान अली, मजाहिर हुसैन, फिरोज खान मौजूद थे।