मंडी धनौरा से हटाकर रामपुर के करीमगंज मिल का बनाया जाए गन्ना क्रय केंद्र
अमरोहा डीएम साहब धनौरा चीनी मिल की क्षमता कम है और गन्ने की पैदावार अधिक।
अमरोहा : डीएम साहब, धनौरा चीनी मिल की क्षमता कम है और गन्ने की पैदावार अधिक। इसलिए मिल पूरा गन्ना नहीं ले पाती है। वह खेतों में खड़ा रह जाता है। इसलिए यहां का क्रय केंद्र धनौरा चीनी मिल से हटवाकर रामपुर के करीमगंज चीनी मिल से जोड़ा जाए। यह फरियाद लेकर गांव कुमराला बहापुर के ग्रामीण शुक्रवार की दोपहर कलक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। डीएम ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के गजरौला ब्लाक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में कुमराला व बहापुर गांव के किसान कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां पर उन्होंने गन्ना भुगतान नहीं होने पर प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी उमेश मिश्र को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि धनौरा चीनी मिल पर किसानों का सबसे ज्यादा बकाया है। उसकी पेराई क्षमता दूसरी मिलों से कम है। क्षेत्र में गन्ने की पैदावार अधिक होती है। मिल कम क्षमता के कारण उसको नहीं खरीद पाती है। इसकी वजह से औने पौने दामों में किसान उसको बेचते हैं या फिर गन्ना खेत में खड़ा रह जाता है। दोनों गांवों के किसान धनौरा मिल को ही गन्ने की आपूर्ति करते हैं। उनका क्रय केंद्र है लेकिन, अब इसको किसान गन्ना नहीं देना चाहते हैं। इसकी बजाय रामपुर करीमगंज चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र स्थापित कराया जाए।
इस दौरान गिरीराज सिंह, धर्मवीर, अनवार, जरीफ, मुशाहिद, आबिद, विपिन कुमार, धर्मेंद्र, ब्रह्म सिंह समेत तमाम किसान मौजूद थे। समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन को चेताया
अमरोहा : शुक्रवार को अमरोहा ब्लाक क्षेत्र के गांव नौराहन के किसान भी कलक्ट्रेट पहुंचे। यहां पर उन्होंने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और बताया कि उनके यहां स्योहारा चीनी मिल का सेंटर है। कांटा लगा दिया है लेकिन, अन्य व्यवस्थाओं को पूरा नहीं किया जा रहा है। बहाना बनाकर उनको इधर-उधर चीनी मिल के अधिकारी टरका रहे हैं। किसानों ने समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन को चेताया है।