एसडीएम ने शुरू की पेंशन प्रकरण की जांच, नगर पालिका से रिकॉर्ड तलब, दैनिक जागरण में मामला प्रकाशित होने के बाद डीएम ने एसडीएम को सौंपी जांच
अमरोहा नगर पालिका परिषद में तैनात बाबू की घपलेबाजी में बगैर पेंशन मरे मुहम्मद उमर के प्रकरण की उपजिलाधिकारी सदर शशांक चौधरी ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने पालिका अधिकारियों से पेंशन संबंधी सभी रिकॉर्ड तलब किया है।
जागरण संवाददाता, अमरोहा: नगर पालिका परिषद में तैनात बाबू की घपलेबाजी में बगैर पेंशन मरे मुहम्मद उमर के प्रकरण की उपजिलाधिकारी सदर शशांक चौधरी ने जांच शुरू कर दी है। उन्होंने पालिका अधिकारियों से पेंशन संबंधी सभी रिकॉर्ड तलब किया है।
यहां बता दें कि नगर पालिका के पेंशन पटल के बाबू हबीब अहमद के फर्जीवाड़े के बाद सेवानिवृत्त 158 कर्मी पेंशन के लिए महीनों से चप्पल घिसते रहे। काफी दौड़भाग के बाद उनकी पेंशन तो शुरू हो गई मगर, पांच-छह महीनों की पेंशन का भुगतान पालिका ने अब तक नहीं किया है। इसी भुगतान को लेने के लिए उमर महीनों से पालिका के चक्कर काट रहे थे। कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक अलग-अलग कारण गिनाकर उन्हें लौटाते रहे थे। गत मंगलवार को उन्होंने दम तोड़ दिया था। उनके बेटे शाहिद अख्तर ने बताया था कि पिता की पांच-छह महीने की पेंशन का भुगतान अब तक नहीं किया गया था। नौ दिसंबर को बेटी की शादी है, उसकी तैयारियों के लिए पैसे की जरूरत थी। इसके लिए पिता लगातार पालिका के चक्कर काट रहे थे। यह भी आरोप लगाया था कि बकाया पेंशन दिलाने के नाम पर एक बाबू ने 15 हजार रुपये भी ऐंठ लिए थे।
दैनिक जागरण ने इस मामले को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था। जिस पर अफसर हरकत में आए थे। जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने मामले की जांच उपजिलाधिकारी सदर को सौंप दी थी। प्रकरण को संजीदगी से लेते हुए उपजिलाधिकारी ने नगर पालिका परिषद से पेंशन से संबंधित पूरे अभिलेख उपलबध कराने को कहा है। इसमें किसी तरह की ढिलाई न बतरने के निर्देश दिए हैं।