रजुआ ने अपराध की नींव पर खड़ी की अकूत संपत्ति
गजरौला रजा मुहम्मदपुर उर्फ रजुआ ने 18 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया।
गजरौला : रजा मुहम्मदपुर उर्फ रजुआ ने 18 साल की उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया। यूपी के कई जिलों में न सिर्फ वह पुलिस के लिए सिरदर्द बना बल्कि अपराध की नींव खोदकर उसने मेरठ व हापुड़ में अकूत संपत्ति की इमारतें भी खड़ी कर दीं।
दैनिक जागरण ने गांव राजपुर के लोगों से जब रजुआ के बारे में बात की तो कुछ ने उसके गोली लगने की बात पर खुशी सी जाहिर की। बोले, रजुआ बड़ा अपराधी हो गया था। गांव के लोग भी उसे दूर रहने लगे थे। पिता कारपेंटर थे। रजुआ के पांच भाई हैं। इनमें सबसे ज्यादा अमीर भी रजुआ ही हैं। बताते हैं कि 18 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा और सीढि़या चढ़ता गया। अकूत संपत्ति की इमारत खड़ी कर दीं। गांव में दो जगह मकान हैं। मेरठ शहर में भी दो जगह बड़े मकान हैं। हापुड़ के गांव असौड़ा में भी दो प्लाट पड़े हैं। गजरौला पुलिस ने बंद की वेस्ट यूपी में रजुआ की क्राइम डायरी
गजरौला : पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में अपराध की दुनिया में बढ़ते रजा मुहम्मद उर्फ रजुआ के कदमों को गजरौला पुलिस ने रोक दिया है। वह बावरिया गैंग की तरह घटनाओं को अंजाम देता था। एनसीआर से लेकर पश्चिम उत्तर-प्रदेश के बुलंदशहर, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, हापुड़ समेत अलग-अलग थानों में 30-35 लूट, चोरी, हत्या, दुष्कर्म जैसे मामलें दर्ज हैं। गौतमबुद्धनगर के थाना दरकौर में लूटपाट के दौरान पति के सामने ही एक महिला से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज है। शनिवार को गजरौला पुलिस ने दिनदहाड़े मुठभेड़ में एक खेत में उसकी क्राइम डायरी पर ब्रेक लगा दिया। पुलिस अधीक्षक ने दी हाथ मिलाकर बधाई
गजरौला : 24 मार्च को गजरौला, हसनपुर व सैदनगली में लूटपाट की घटना होने के बाद तीनों थाने की पुलिस टीम के साथ एसओजी भी बदमाशों की तलाश में जुटी थीं। शनिवार को भी फिर जब अतरासी में फायरिग कर फरार हुए तो रजबपुर, मंडी धनौरा, बछरायूं, हसनपुर की पुलिस को भी अलर्ट किया गया था। पुलिस अधीक्षक सुनीति ने मौका-ए-वारदात पर पुलिस टीम को हाथ मिलाकर बधाई दी।