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छोटे परिवार की अलख जगाएं, समाज में खुशहाली लाएं

अमरोहा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में सीफार व यूपी टीएसयू के सहयोग से आयोजित ऑन

By JagranEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 11:31 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 11:31 PM (IST)
छोटे परिवार की अलख जगाएं, समाज में खुशहाली लाएं
छोटे परिवार की अलख जगाएं, समाज में खुशहाली लाएं

अमरोहा : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तत्वावधान में सीफार व यूपी टीएसयू के सहयोग से आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला में सभी से छोटे परिवार के बड़े फायदे के बारे में गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया।

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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की परिवार नियोजन कार्यक्रम की महाप्रबंधक डॉ. अल्पना शर्मा ने प्रदेश में परिवार नियोजन को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रमों और आगे की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 के परिवार कल्याण कार्यक्रमों के परिणाम बहुत उत्साहजनक थे, लेकिन वर्ष 2020-21 सत्र की शुरुआत ही कोरोना महामारी से हुई है। इससे प्रगति धीमी रही। फिर भी गर्भनिरोधक गोली छाया, प्रसव के तुरंत बाद लगने वाली पीपीआईयूसीडी और कंडोम की डिमांड अधिक रही। इसमें वर्कर आशा, आंगनबाड़ी, एएनएम की भूमिका सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आबादी के अनुपात में करीब 57 लाख दम्पतियों तक कोई न कोई गर्भ निरोधक साधनों को पहुंचाना बहुत जरूरी है। तभी हम सकल प्रजनन दर को 2.7 से 2.1 पर ला पाएंगे।

पापुलेशन फाउंडेशन ऑफ इण्डिया की ओर से पूनम मुतरेजा ने महिला सशक्तीकरण पर प्रकाश डाला और परिवार नियोजन को लेकर लोगों के व्यवहार परिवर्तन की बात कही। कहा देश में हर साल होने वाले करीब 16 मिलियन गर्भपात में से 75 फीसद महिलाओं को सुरक्षित गर्भपात की सुविधा नहीं मिल पाती है। इस बड़े जोखिम से उनको उबारना जरूरी है। कार्यशाला में सीफार रंजना द्विवेदी, हीरालाल आदि मौजूद रहे।


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