राहुल, हमसे ज्यादा देश को तुम्हारी जरूरत
जोया : सारा देश गम व गुस्से में है। पुलवामा में जो हुआ वह कायराना हरकत थी। देश का युवा दुश्मन को सबक
जोया : सारा देश गम व गुस्से में है। पुलवामा में जो हुआ वह कायराना हरकत थी। देश का युवा दुश्मन को सबक सिखाने के लिए आतुर है। इस बीच डिडौली निवासी डॉ. हरिओम शर्मा व उनकी पत्नी सरोज देवी खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। उनका बेटा पुलवामा में दुश्मनों के सफाए के लिए फौजी के रूप में देश सेवा कर रहा है। फौजी राहुल शर्मा की पत्नी ¨चतित तो है, लेकिन खुद को फौजी की पत्नी कहलवाने में गर्व महसूस करती हैं। गुरुवार रात को राहुल ने माता-पिता व पत्नी से फोन पर बात की। माता-पिता ने स्पष्ट कहा राहुल-तुम देश के बेटे हो। हमसे ज्यादा तुम्हे देश की जरूरत है। अपना फर्ज पूरा करने में पीछे मत हटना।
गुरुवार दोपहर जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की सूचना मिलते ही डिडौली निवासी डॉ. हरिओम शर्मा का परिवार सहम गया। परिवार में पत्नी सरोज देवी, पुत्रवधु शर्मिष्ठा, पौत्र आदित्य व पौत्री ग्रेसी शर्मा के साथ ही छोटे पुत्र अभिषेक ने एक-एक कर फौरन जम्मू कश्मीर फोन लगाना शुरू कर दिया। क्योंकि वहां पर इस परिवार का गर्व यानि बेटा राहुल शर्मा बीएसएफ जवान के रूप में देश की सेवा कर रहा है। देर रात तक राहुल से बात नहीं हुई तो परिजन बैचेन हो गए। लगभग एक बजे राहुल की कॉल आई तो परिजनों ने बात की तथा कुशलक्षेम पूछी। उसके बाद राहत की सांस ली।
डिडौली निवासी डॉ. हरिओम शर्मा के बड़े बेटे राहुल शर्मा वर्ष 2004 में बीएसएफ में भर्ती हुए। फिलहाल वह लांसनायक के पद पर पुलवामा के पंथ चौक पर तैनात हैं। छुट्टी बिता कर दो फरवरी को ही घर से ड्यूटी पर पहुंचे राहुल की ड्यूटी घटना स्थल से दो किमी दूर थी। शुक्रवार सुबह परिजनों ने राहुल शर्मा को फिर से फोन किया तथा वहां के हालात पूछे। इस बारे में उनके पिता पं. हरिओम शर्मा ने बताया कि बातचीत में राहुल ने बताया कि बीते कई दिन से वहां का मौसम खराब है। बारिश व बर्फबारी हो रही है। अब सेना की टुकड़ियां आपरेशन सर्च चला रही हैं। राहुल भी शुक्रवार सुबह ड्यूटी पर निकल गए हैं। बोले-बेटा है, ¨चता तो रहती ही है। लेकिन देश सेवा कर रहा है मेरा राहुल। यह गर्व की बात है हमारे लिए। पुलवामा में हुई घटना बेहद अफसोसनाक है। मेरा एक बेटा फौजी है, देश की सेवा कर रहा है। जरूरत पड़ेगी तो दूसरा बेटा भी फौज में भर्ती करा दूंगा। मुझे गर्व है कि में फौजी का पिता हूं। बेटे से बोल दिया है कि वह घर की ¨चता न करे। उसके लिए सारा देश परिवार है। वह पहले देश का बेटा है। मुझे अब राहुल की ¨चता नहीं है। क्योंकि वह बहादुर है और मैंने उसे देश को सौंप दिया है।
डॉ. हरिओम शर्मा, पिता। राहुल को मैने जन्म जरूर दिया है। परंतु वह भारत मां का बेटा है। हमले की खबर सुनकर ¨चतित तो हुई थी, लेकिन गर्व भी है कि लोग मुझे राहुल फौजी की मां कहकर बुलाते हैं। बेटे से सुबह भी फोन पर बात हुई थी। कह दिया है कि बेटा अपना फर्ज पूरा करना। तेरे लिए अब देश सर्वोपरि है। किसी भी मोर्चे पर विचलित होने की जरुरत नहीं है। हम सब यहां ठीक हैं। सरोज देवी, मां। फौजी की पत्नी बनने का सौभाग्य सभी को नहीं मिलता। मुझे अपने पति पर गर्व है। वह जम्मू कश्मीर में मुश्किल भरे हालात में फर्ज को अंजाम दे रहे हैं। वह खुद कहते हैं कि मौका मिलेगा तो देश के लिए सबकुछ न्योछावर कर दू्गा। वहां के हालात बताते हैं तो डर भी लगता है। वह बहादुर इंसान हैं तथा देश सेवा के लिए जन्म लिया है। हमारे बच्चे भी कहते हैं कि पापा दुश्मनों को गोली मार देना। शर्मिष्ठा शर्मा, पत्नी।