घरों में लगवाए जाएंगे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
गजरौला स्थानीय नगर पालिका परिषद कुछ अलग करने जा रही है। कूड़ा प्रबंधन में बेहतर काम कर चुकी है।
गजरौला : स्थानीय नगर पालिका परिषद कुछ अलग करने जा रही है। कूड़ा प्रबंधन में बेहतर काम करने के बाद औद्योगिक नगरी के घरों में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने की तैयारी है। शुरुआत दो सौ घरों से करने का खाका तैयार कर लिए है। पालिका का कहना है कि घरों में यह प्लांट लगने के बाद उसी पानी से घर के काम काज निपटाए जा सकेंगे। इससे घटते भू जल को रोकने में भी मदद मिलेगी।
हर रोज हजारों किलोलीटर पानी दैनिक उपयोग में खर्च हो रहा है। इसी कारण भू-जल तेजी से घट रहा है। कूडा प्रबंधन में गजरौला की पहचान बनाने के बाद पालिका भू जल संरक्षण पर ाम करने जा रही है। उसकी मंशा घरों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने की है ताकि दैनिक उपयोग में आने वाले पानी को साफ कर उसे फिर से उपयोग किया जा सके। इसके लिए जागरूक परिवारों, प्रतिष्ठानों के स्वामियों को चिह्नित कर उन्हें इस बारे में जागरूक करेगी। उसके बाद उन्हें इस ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह सभी लोग इस प्लांट को लगाने के बाद प्रयोग हुए पानी को दुबारा प्रयोग करने में सफल हो जाएंगे तब पालिका इसे विस्तार रूप देकर अन्य लोगों को जोड़ेगी। 15 हजार किलोलीटर से अधिक पानी प्रतिदिन आपूर्ति करती पालिका
बता दें कि यहां घरों की संख्या 15 हजार से अधिक है, जिनमें पालिका अपने साधनों से तकरीबन 15 हजार किलोलीटर से अधिक पानी प्रतिदिन आपूर्ति कराती है। एक अनुमान के मुताबिक लगभग इतना ही पानी लोग निजी हैंडपंप इत्यादि साधनों से सीधे जमीन से पानी निकाल कर उपयोग करते हैं। नगर पालिका परिषद भू जल संरक्षण को घरों-प्रतिष्ठानों पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट चालू कराने की तैयारी में है। शुरुआत दो सौ घरों-प्रतिष्ठानों से की जाएगी। यहां सफलता मिलने के बाद अन्य लोगों को प्रेरित किया जाएगा।
विजेंद्र सिंह पाल, ईओ गजरौला। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए यह करना होगा
गजरौला : वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए चिह्नित घरों-प्रतिष्ठानों पर पानी को अलग-अलग स्टोर करने का प्रबंध करना होगा। पहले स्टोर से दूसरे स्टोर तक पानी की सप्लाई वाले स्थान पर ऐसे केमिकल इत्यादि का प्रयोग कराया जाएगा जिससे पानी साफ हो जाए और उसे अगले दिन फिर पीने-खाने को छोड़कर घर के बाकी कामों में प्रयोग किया जा सके।