प्रशासन, शासन को दिखाया आईना
अमरोहा : आशा सम्मेलन में आशा संघ की जिला उपाध्यक्ष सीता आर्या ने 15 मिनट के उदबोधन में न सिर्फ अपनी
अमरोहा : आशा सम्मेलन में आशा संघ की जिला उपाध्यक्ष सीता आर्या ने 15 मिनट के उदबोधन में न सिर्फ अपनी पीड़ा अफसरों के सामने रखी, बल्कि प्रशासन से लेकर शासन तक को कठघरे में खड़ा कर दिया। बीच-बीच में उनकी शेर-ओ-शायरी ने खूब वाहवाही लूटी। खुद संचालन कर रहे डिप्टी सीएमओ भी उनकी तारीफ करने से नहीं चूके।
सेल्फी का दौर चला
अमरोहा: एक दिवसीय आशा सम्मेलन में सेल्फी का खूब दौर चला। डीएम व सीडीओ के जाने के बाद एनएचएम के कर्मचारियों ने सेल्फी और फोटो की होड़ लगा दी। पहले आपस में उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ दनादन सेल्फी ली। यही नहीं कुछ अफसर भी सेल्फी कार्यक्रम में सहभागिता निभाने से अपने को नहीं रोक पाए। योजनाओं पर उठाया सवाल
अमरोहा : सम्मेलन के दौरान अमरोहा ब्लाक के बादशाहपुर की आशा शशिबाला अपनी पीड़ा लेकर संचालन कर रहे डिप्टी सीएमओ के पास पहुंच गई। सभा के बीच में ही उसने स्वास्थ विभाग की योजनाओं पर सवाल खड़ा कर दिया। कहा डिलेवरी होने के बाद भी महिला को जेएसवाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाद में डिप्टी सीएमओ ने मामले को संभाला और तीन दिन में समस्या का समाधान करने का वादा किया। दो लाख रुपये नहीं दे रहे अफसर
अमरोहा : स्वच्छ भारत मिशन के तहत आशाओं की ड्यूटी ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए लगाई गई थी। इस दौरान प्रति आशा को 230 रुपया प्रतिदिन मिलना था। महीनों गुजर गए आशाओं के फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है। जिला उपाध्यक्ष सीता आर्या ने कहा आशा से कार्य तो लिया जा रहा है, मगर उन्हें उनके हक का रुपया भी नहीं दिया जा रहा है। लगभग दो लाख रुपया स्वच्छ भारत मिशन के तहत आशा का फंसा है। अफसर उसे निकालने का नाम नहीं ले रहे हैं। महीनों से टल रहा था कार्यक्रम
अमरोहा : 23 अगस्त को आशा सम्मेलन का आयोजन प्रति वर्ष किया जाता रहा है मगर टालू परंपरा के चलते यह कार्यक्रम एक-एक दिन आगे बढ़ता चला गया और वित्तीय वर्ष 2017-18 समाप्ति के दो दिन पहले स्वास्थ विभाग ने किसी तरह से आशा सम्मलेन कराकर कार्य पूरा किया। इससे पहले वित्तीय वर्ष 2016-17 का आशा सम्मेलन 30 अगस्त को इसी स्थान पर हुआ था।