कोरोना को लेकर बढ़ी जागरूकता, खुद जांच को पहुंच रहे लोग
मंडी धनौरा लोग कोरोना को पस्त करने का मन बनाए हुए है। उनकी इस सोच के कारण ही लोग जांच को आगे आ रहे हैं।
मंडी धनौरा: लोग कोरोना को पस्त करने का मन बनाए हुए है। उनकी इस सोच के कारण ही शहर में लोग जागरूक होकर अपनी जांच के लिए खुद ही आगे आ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में रोजाना 150 से अधिक नमूने कोरोना जांच के लिए दिए जा रहे हैं। दस दिन में रिकार्ड 1644 लोगों ने जांच के लिए नमूने दिए हैं। लोगों की इस सोच की अस्पताल प्रशासन भी जमकर तारीफ कर रहा है।
इन दिनों कोविड-19 संक्रमण जोरों पर चल रहा है। जिले में रोजाना जांच उपरांत दर्जनों लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं। कोविड 19 प्रोटोकॉल का अनुपालन कर विभाग द्वारा उन्हें होम व विभागीय आइसोलेट कराया जा रहा है। इस दौरान एक अच्छी बात सामने आई है। लोग में कोरोना को हराने का जज्बा दिखा है। इस सोच संग लोग स्वयं ही अस्पताल पहुंच कर खुद ही अपने नमूने जांच के लिए उपलब्ध करा रहे हैं। दस दिन में कुल 1644 लोगों ने नमूने जांच के लिए उपलब्ध कराए है। इस दौरान संक्रमित लोग भी सामने आए हैं, जिनका उपचार चल रहा है। कुछ ज्यादा संक्रमित मौत के आगोश में समा चुके हैं।
चिकित्साधीक्षक आमोल कुमार ने कहना है कि यदि शहर के लोग इसी तरह सहयोग करेंगे तो हम शहर को कोरोना मुक्त कर सकते हैं। यह एक सकारात्मक सोच है। शहर के लोग बधाई के पात्र है। लक्षण छुपाना बन रहा जानलेवा
मंडी धनौरा: कुछ लोग अपनी बीमारी को छुपा कर घरों में आराम कर रहे हैं वही जांच से बच रहे हैं। ऐसे लोग अपनी जान से खुद खिलवाड़ कर रहे हैं। शहर के एक मोहल्ले के रहने वाले व्यक्ति ने बताया कि उनके पिता को बुखार आया था बुखार के बाद हल्की खांसी की शिकायत थी। वह इधर उधर से दवाइयां लेते रहे। जांच कराने से डरते रहे। तबीयत बिगड़ने पर मुरादाबाद के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। जहां जांच में भी पॉजिटिव पाए गए मगर तब तक बात बिगड़ चुकी थी। उनकी वहां मौत हो गई। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि वह भी जांच में सहयोग करें। यदि पहले कोरोना का पता चल जाता तो उसका इलाज हो सकता था। नमूनों की तारीख व संख्या
एक अगस्त - 162
दो अगस्त- 163
तीन अगस्त-189
चार अगस्त- 167
पांच अगस्त- 177
छह अगस्त 170
सात अगस्त 150
आठ अगस्त 152
नौ अगस्त 152
दस अगस्त 162