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अब नहीं हो पाएगी खाद की कालाबाजारी, सरकार ने बढ़ाई निगरानी

अमरोहा सरकार ने यूरिया खाद की कालाबाजारी व गड़बड़ी रोकने के लिए कदम उठाया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 06:05 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2020 06:05 PM (IST)
अब नहीं हो पाएगी खाद की कालाबाजारी, सरकार ने बढ़ाई निगरानी
अब नहीं हो पाएगी खाद की कालाबाजारी, सरकार ने बढ़ाई निगरानी

अमरोहा: सरकार ने यूरिया खाद की कालाबाजारी व गड़बड़ी रोकने के लिए कदम उठाया है। सहकारी समिति हो या फिर उर्वरक भंडार केंद्र, अब सभी जगह खाद वितरण की निगरानी होगी। इसके लिए शासन ने एक पोर्टल विकसित किया है। किसान के पॉश मशीन में अंगूठा लगाते ही उसका पूरा ब्योरा पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। अफसरों को वितरण की स्थिति जानने के लिए कोई रिकार्ड नहीं खंगालना पड़ेगा बल्कि एक क्लिक करते ही पूरी डिटेल सामने होगी।

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प्रदेश भर में पिछले दिनों यूरिया खाद का संकट गहराया था जबकि सरकार का दावा था कि किसानों को भरपूर खाद दिया जा रहा है। अब यह खाद कहां जा रहा है। कहीं उसकी कालाबाजारी तो नहीं हो रही। कोई गड़बड़ी तो नहीं की जा रही, इसकी जांच के लिए सरकार ने सभी जनपदों के अफसरों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। हर जिले में जांच के लिए नोडल अधिकारी नामित किए हैं। प्रशासन भी सख्त हो गया है। शासन ने खाद के वितरण पर नजर रखने के लिए फर्टिलाइजर मानीटरिग सिस्टम पोर्टल तैयार किया है। इसे सीधे पॉश मशीनों से जोड़ा गया है।

किसान समिति या उर्वरक भंडार केंद्र पर जाकर पॉश मशीन में अंगूठा लगाएगा तो उसकी पूरा ब्योरा अपने आप ही पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। इतना ही नहीं समिति को कितना खाद मिला है, उसकी डिटेल भी पोर्टल पर साफ दिखाई देगी। अब कोई भी समिति या केंद्र का डीलर, झूठ नहीं बोल पाएगा। कितने किसानों को खाद बांटा गया है और कितना खाद समिति व केंद्र पर है, इसकी मानीटरिग अफसर अपने दफ्तर में बैठकर ही कर सकेंगे। शासन ने एक पोर्टल विकसित किया है। इसके जरिए खाद के वितरण पर नजर रखी जाएगी। सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि पहले किसान का पॉश मशीन में अंगूठा लगवाया जाए और उसके बाद ही खाद दिया जाए। यदि अंगूठा मशीन नहीं पकड़ती है तो किसान खाद से वंचित रहेगा।

राजीव कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी, अमरोहा।


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