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कोरोना को हराने के लिए धार्मिक स्थलों पर लॉकडाउन का होगा पालन

सरकार ने आठ जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। जिसका पता चलते ही धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई के अलावा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए श्रद्धालुओं से लॉकडाउन का पालन कराने से संबंधित तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 11:05 PM (IST)Updated: Sun, 31 May 2020 11:05 PM (IST)
कोरोना को हराने के लिए धार्मिक स्थलों पर लॉकडाउन का होगा पालन
कोरोना को हराने के लिए धार्मिक स्थलों पर लॉकडाउन का होगा पालन

अमरोहा : सरकार ने आठ जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति प्रदान की है। जिसका पता चलते ही धार्मिक स्थलों पर साफ-सफाई के अलावा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए श्रद्धालुओं से लॉकडाउन का पालन कराने से संबंधित तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। धर्म गुरुओं द्वारा जहां मंदिर में बरिकेडिग के अलावा श्रद्धालुओं के बीच शारीरिक दूरी बनवाने के लिए गोले बनाए जा रहे हैं वहीं, चर्च में प्रार्थना का समय घटाने का निर्णय लिया गया है। मस्जिदों में भी लॉकडाउन की शर्तों का पालन किया जाएगा। गुरुद्वारे में सीमित संख्या में ही श्रद्धालु जा सकेंगे। दैनिक जागरण ने कुछ धर्म गुरुओं से बातचीत की तो सभी ने एक सुर में कहा कि सरकार के आदेश पर अमल होगा। सरकार की गाइड लाइन का पूरा पालन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के बीच शारीरिक दूरी बनवाने के लिए तीर्थस्थल परिसर में गोले बनाए गए हैं। भीड़ आएगी तो दो या चार लोगों को ही पूजा के लिए मंदिर के अंदर भेजा जाएगा। बेरिकेडिग की व्यवस्था मंदिर में की गई है।

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विद्यानंद झा, पुजारी वासुदेव तीर्थ स्थल। बगैर मास्क के कोई चर्च के अंदर नहीं आएगा। जिसके पास मास्क नहीं होगा, उसको उपलब्ध कराया जाएगा। एक-एक मीटर की दूरी पर खड़ा कर प्रार्थना कराई जाएगी। सैनिटाइजर से हाथ धुलवाए जाएंगे। प्रार्थना ढाई घंटे की बजाय डेढ़ से दो घंटे तक होगी।

जयवीर सिंह, पास्टर बेर्शेबा चर्च ऑफ गॉड जोया। अब तक सरकार के आदेशों का पालन करते आए हैं। आगे भी किया जाएगा। धार्मिक स्थलों में नमाज पढ़ने के दौरान लॉकडाउन का पालन होगा। शारीरिक दूरी नमाजियों के बीच बनवाई जाएगी। सभी धार्मिक स्थलों में उसका पालन कराया जाएगा।

मुफ्ती मोहम्मद अफ्फान मंसूरपुरी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जमीयत उलमा ए हिद गुरुद्वारे में किसी भी तरह के कार्यक्रम के आयोजन पर पूरी तरह रोक है। कुछ ही श्रद्धालु आते हैं और मत्था टेक कर चले जाते हैं। सरकार की गाइडलाइन जैसे भी होगी, उसका पालन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के बीच शारीरिक दूरी बनवाई जाएगी।

सरदार इंद्रजीत सिंह, प्रधान श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा।


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