तीस हजारी कोर्ट की घटना से वकीलों में रोष
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज व फायरिग की घटना से अधिवक्ता समुदाय में भारी रोष है। सोमवार को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिला न्यायालय तथा तहसील सदर के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर अपना आक्रोश जताया।
अमरोहा: दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा की गई लाठीचार्ज व फायरिग की घटना से अधिवक्ता समुदाय में भारी रोष है। सोमवार को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर जिला न्यायालय तथा तहसील सदर के अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर अपना आक्रोश जताया। डीएम की मार्फत ज्ञापन भेज कर सरकार से दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के अलावा कई और मांगे प्रमुखता से उठाई।
सोमवार को जनपद बार एसोसिएशन अमरोहा व अमरोहा बार एसोसिएशन के बैनर तले कचहरी के अधिवक्ता एकत्र होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और यहां तीस हजारी कोर्ट परिसर हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन व नारेबाजी की। अध्यक्ष महाराज सिंह ने घटना की कड़े शब्दों में निदा करते हुए इस मामले के जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। एसोसिएशन ने इस संबंध में जिलाधिकारी उमेश मिश्र के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस मौके पर सचिव आलोक सिंह, मुराद आरिफ, अरशद भारती, दिलशाद अली, शहजाद परवेज, प्रमोद कुमार, जय प्रकाश यादव मौजूद थे। उधर, अमरोहा सदर तहसील बार एसोसिएशन के बैनर तले भी अधिवक्ताओं ने सदर तहसील में विरोध प्रदर्शन किया। अध्यक्ष मंसूर अहमद व महासचिव विमल किशोर की अगुवाई में एसडीएम सुखवीर को ज्ञापन सौंपकर तीस हजारी की घटना पर रोष जताया। पुलिस द्वारा वकीलों पर गोली चलाने की निदा की। प्रधानमंत्री को भेजे ज्ञापन में उक्त घटना की न्यायिक जांच, दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई व घायल अधिवक्ताओं को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग की।
रमेश चन्द्र गोयल, महफूज अली, मुस्ते हसन खां, हबीब अहमद, शमीम तुर्क, यशपाल सिंह, मिन्जार हुसैन, राजीव लोचन, सुरेश भटनागर, टीकाराम सैनी, गौरव गोयल, इकराम फारूकी मौजूद थे।