कोविड-19 व पर्यावरण जागरूकता को निकले साइकिल से
गजरौला प्रो योगेंद्र यादव भले ही 51 साल के हो गए हों लेकिन उनमें समाज के लिए बहुत कुछ करने का जज्बा है।
गजरौला : प्रो योगेंद्र यादव भले ही 51 साल के हो गए हों लेकिन उनमें समाज के लिए बहुत कुछ करने का जज्बा बरकरार है। गांधीवादी विचारधारा के योगेंद्र कानपुर सिटी के इलाके मसवानपुर के निवासी हैं। कोरोना काल चल रहा है। संक्रमित केसों की संख्या बढ़ने के साथ मौत के आंकड़े भी बढ़ रहे हैं। लिहाजा उनके मन में साइकिल यात्रा के जरिए जागरूकता अभियान चलाने का ख्याल आया और वह 12 जुलाई को साइकिल में जरूरी सामान व कुछ कपड़ों से भरा बैग बांधकर निकल पड़े।
कानपुर शहर व देहात, औरैया, कन्नौज, फर्रुखाबाद, बदायूं, सम्भल, मुरादाबाद होते हुए अमरोहा पहुंचे हैं। एक जिले में कई दिन गुजार कर वह लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए दो पौधे अनिवार्य रूप से लगाने और उनकी देखभाल करने का संदेश दे रहे हैं। कोरोना को लेकर समझा रहे हैं कि कोरोना व कोविड-19 दोनों अलग-अलग हैं। कोरोना को वह खांसी जुकाम बताते हैं जबकि कोविड-19 वह गले में तकलीफ वाला बताते हैं। कहते हैं इसकी कोई दवा अभी तक नहीं बनी है। सरसों का तेल इस्तेमाल कर इससे बचने का वह दावा कर रहे हैं। तर्क दे रहे हैं कि बचपन में बुजुर्ग बच्चों को खांसी जुकाम से बचाने के लिए नाक में सरसों के तेल लगी उंगली घुमाते थे। कान में भी डालते थे। दावा कर रहे हैं कि इसका रोज प्रयोग करने से कोरोना के खतरे से बचा जा सकता है। गजरौला में रविवार की रात पहुंचे थे। यहां सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ जितेंद्र यादव के घर मुहल्ला शिवपुरी में रात्रि विश्राम कर दिन में भ्रमण करते हुए आगे निकल गए। थाना चौराहे पर सपाइयों ने पुष्प देकर किया स्वागत
गजरौला : साइकिल यात्रा पर गजरौला पहुंचे प्रो. योगेंद्र यादव का यहां थाना चौराहे पर सपा के नगर अध्यक्ष सचिन यादव के प्रतिष्ठान पर पार्टी के लोगों ने स्वागत किया। यहां जितम्बर यादव, फारुख सैफी, विपिन कौशिक, नौशाद इत्यादि लोग मौजूद रहे। इन सभी ने पुष्प देकर उनका स्वागत करते हुए परिचय किया। पहले भी कर चुके हैं लंबी साइकिल यात्रा
गजरौला : प्रो. योगेंद्र यादव ने बताया कि वह पहले भी साइकिल यात्राएं कर चुके हैं। कन्याकुमारी से लेकर महाराष्ट्र के वर्धा तक भी साइकिल से यात्रा की थी। कश्मीर से भी साइकिल यात्रा की थी। कई बार विभिन्न स्तरों पर सम्मानित भी हो चुके हैं। इंटर के आगे स्नातक से पीएचडी तक की पढ़ाई भोपाल व इन्दौर में की है।