कमाल का कस्तूरबा विद्यालय, होटल सा भवन, कावेंट सी पढ़ाई
मंडी धनौरा का कस्तूरबा गाधी आवासीय विद्यालय अन्य विद्यालयों के लिए नजीर बना हुआ है।
गजरौला (अमरोहा): मंडी धनौरा का कस्तूरबा गाधी आवासीय विद्यालय अन्य विद्यालयों के लिए नजीर बना हुआ है। यहा पर विद्यालय का भवन किसी होटल से कम नहीं लगता है। दीवारों पर बॉल पेटिंग, खिड़कियों पर पर्दे लगे हुए हैं। इतना ही नहीं यहा पर पढ़ने वाली बालिकाएं भी किसी इंग्लिश मीडियम स्कूल के बच्चों से कम नहीं है। अंग्रेजी भी बोलते हैं।
मंडी धनौरा तहसील में दो कस्तूरबा गाधी बालिका आवासीय विद्यालय हैं। एक गजरौला तो दूसरा मंडी धनौरा के गाव मोहम्मदपुर पट्टी प्रथम में है। मोहम्मदपुर पट्टी का विद्यालय होटल सा दिखता है। यहा की वार्डन के प्रयास से विद्यालय को स्वरूप बदल गया है। 12 दिसंबर 2009 में जब विद्यालय की स्थापना हुई तो यहा की जिम्मेदारी वार्डन भाग्यवती को मिली, तब से अब तक विद्यालय चमक रहा है। यहा पर बच्चों के लिए आधुनिक शौचालय बने हैं। वीआइपी जैसी कक्षाएं हैं, जिनमें पर्दे लगे हैं। दीवारों पर बॉल पेटिंग हैं जो, शिक्षा के लिए प्रेरित करती हैं। विद्यालय परिसर में टाइल्स लगे हैं। हैंडवॉश भी रखा मिलेगा। शुद्ध पानी के लिए तीन आरओ प्लाट हैं। योग के साथ आत्मरक्षा के सिखाए जा रहे गुर
नियमित रूप से छात्राओं को योगाभ्यास भी कराया जाता है। आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए जाते हैं। विद्यालय में तीन स्थानों पर पार्क बने हैं। जगह-जगह पौधे लगाकर हरियाली छाई है। एक बारगी देखकर कहा नहीं जा सकता है कि यह सरकारी स्कूल है। यही वजह है कि जनपद के अधिकारी भी इस विद्यालय की सराहना करते हैं।
शुरू से पढ़ रही 100 बेटियां
शिक्षा विभाग को भी विद्यालय व वहा के स्टाफ पर नाज है। खास बात है कि यहा पर 100 बालिकाओं की सीट हैं। लगातार 2009 से 100 ही बालिकाएं पढ़ती आ रही हैं, यानी अभी तक एक भी साल छात्र संख्या का ग्राफ कम नहीं हुआ है। विद्यालय में मनाते जन्मदिन, बालिकाएं करतीं पौधारोपण
गजरौला : कस्तूरबा गाधी बालिका आवासीय विद्यालय की वार्डन भाग्यवती द्वारा पौधारोपण के प्रति जागरूक करने की भी मुहिम चला रखी है। वह न सिर्फ विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं का जन्मदिन मनाती हैं बल्कि बालिका के जन्मदिन वाले दिन ही उसे के माध्यम से विद्यालय में पौधारोपण भी करवातीं हैं। जिसकी देखकर भी बालिका द्वारा स्वयं की जाती है। विद्यालय के सुंदरीकरण में कुछ निजी खर्च हुआ तो कुछ जनसहयोग भी मिला। इसी की बदौलत विद्यालय अन्य विद्यालयों से अलग है। यहा की बालिकाओं को डीएम के माध्यम से नकद पुरुस्कार देकर सम्मानित भी किया गया है। जल्द ही विद्यालय में कम्प्यूटर कक्ष व स्मार्ट क्लासें भी शुरू होंगी।
भाग्यवती, वार्डन, कस्तूरबा गाधी बालिका आवासीय विद्यालय, मोहम्मदपुर पट्टी