कहीं जिदगी को न जकड़ ले वायरस की चौकड़ी
गजरौला (अमरोहा) कोरोना के साथ साथ अब अन्य साधारण वायरस भी सक्रिय होने लगे हैं।
गजरौला (अमरोहा) : कोरोना के साथ साथ अब अन्य साधारण वायरस भी सक्रिय होने लगे हैं। इन दिनों अगर वायरस ने किसी को घेर लिया तो उसकी जान तक पर बन आ सकती है। इसलिए सावधान रहने की आवश्यकता है। ताकि वायरस की इस चौकड़ी को हराया जा सके।
बारिश और बारिश के बाद होने वाले जलभराव से मच्छरजनित प्रमुख बीमारियां मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड सीधा लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरु कर देते हैं। इसे भांपते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बचाव को तैयारियां शुरू कर दी हैं। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है। इसलिए डेंगू व मलेरिया जैसे बुखार में एकदम प्लेटलेट्स कम होती है। लिहाजा लोगों को जागरूक होकर हिफाजत रखनी है।
चिकित्सकों के मुताबिक कोरोना के साथ यदि मलेरिया और डेंगू का मेल हो गया तो स्थिति भयंकर हो सकती है। अस्पतालों में इलाज के सभी बंदोबस्त हैं लेकिन, कोरोना महामारी के दौरान लोगों को अधिक सचेत रहने की जरूरत है। इसके अलावा पांच से सात दिन तक रहने वाला साधारण वायरस भी प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है। चारों वायरस का यह स्वरूप जीवन के लिए खासा खतरनाक हो सकता है। हर बीमारी का अलग बचाव
गजरौला : कोरोना वायरस की मियाद 14 दिन की आंकी गई है। जबकि साधारण वायरस पांच से सात दिन में खत्म हो जाता है। तकलीफ होने पर डॉक्टर से खांसी, जुकाम बुखार की दवा ली जा सकती है। मलेरिया का 5 दिन का कोर्स है। डेंगू का उपचार थोड़ा लंबा खिच सकता है। विशेष बात यह है कि डेंगू, मलेरिया में मच्छर से बचाव जरूरी है। वही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होना जरूरी है। कोरोना के खिलाफ शरीर प्रतिरोधक तंत्र सशक्त होना जरूरी है। दो माह में बनी मलेरिया की 570 स्लाइड
गजरौला : कोरोना वायरस के इस दौर में मलेरिया का प्रकोप भी बढ़ता जा रहा है। गजरौला सीएचसी में जून व 25 जुलाई तक 570 लोगों की स्लाइड बनाई गई है। हालांकि अभी डेंगू के मरीज न के बराबर है। लेकिन, आगे के दिनों में फैलने की आशंका है। बचाव के तरीके
- घर के आसपास जलभराव न होने दें।
- मच्छरदानी लगाकर सोएं व आसपास सफाई का ख्याल रखें।
- घर के अंदर मच्छर मारने वाली दवा का छिड़काव करें।
- पूरा बदन ढक कर रखें।
- घर के दरवाजे व खिड़कियों पर जाली लगाएं
- पौष्टिक खाने का सेवन करें और पानी अधिक पीएं।
- गिलोय व प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला काढ़ा ले सकते हैं।
- तकलीफ बनने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।
- गर्म पानी का सेवन करें। कोरोना के साथ-साथ अन्य वायरस जैसे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड भी सक्रिय होने लगे हैं। इसी को देखते हुए दस्तक अभियान की शुरूआत की गई है। लोगों को सावधान रहने की बेहद आवश्यकता है। सावधानी ही इन वायरस की चौकड़ी से बचा सकती है।
डॉ. योगेंद्र सिंह, चिकित्सा अधीक्षक, गजरौला।