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हिम्मत-ए-मर्दां, मदद-ए-खुदा: डरे नहीं, बस सावधानी बरतें

अमरोहा एक कहावत है कि हिम्मत-ए-मर्दां मदद-ए-खुदा। यही बात अब डॉ. मैराज पर लागू होती है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 11:02 PM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 11:02 PM (IST)
हिम्मत-ए-मर्दां, मदद-ए-खुदा: डरे नहीं, बस सावधानी बरतें
हिम्मत-ए-मर्दां, मदद-ए-खुदा: डरे नहीं, बस सावधानी बरतें

अमरोहा: एक कहावत है कि हिम्मत-ए-मर्दां, मदद-ए-खुदा। यही बात अब डॉ. मैराज कोरोना संक्रमितों को बता कर उनकी हौसला अफजाई कर रहे हैं। साथ ही खुद 14 दिन होम आइसोलेट रहे तथा क्या-क्या सावधानी बरतीं, इस बारे में बता कर संक्रमितों को कोरोना से लड़ाई में मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। डॉ. मैराज कोरोना को हरा कर वापस ड्यूटी पर लौट चुके हैं तथा 15 घंटे तक नियमित ड्यूटी कर रहे हैं।

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कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में लोग तेजी के साथ इसकी चपेट में आए हैं। चिकित्सक व पुलिस कर्मी भी इस बार संक्रमण से अछूते नहीं हैं। जनपद के जोया ब्लाक में कोरोना संक्रमण के चलते गठित की गई रैपिड रेस्पांस टीम के प्रभारी डॉ. मैराज भी दिन-रात टीम के सदस्यों के साथ मिलकर संक्रमितों को होम आइसोलेट कराने के साथ ही अस्पताल में भर्ती कराने का काम कर रहे थे। उन्हें घरों पर दवाई उपलब्ध कराना था। संक्रमित के संपर्क में रह कर जान हथेली पर रख काम कर रहे थे। इस दौरान वह खुद संक्रमित हो गए।

बीती 12 अप्रैल को दिए सैंपल के बाद 18 अप्रैल को मिली रिपोर्ट में खुद संक्रमित निकले। लिहाजा दूसरों को होम आइसोलेट कराने वाले डॉ. मैराज ने खुद को होम आइसोलेट कर लिया। पूरी सावधानी बरती। एक समय संक्रमण ज्यादा बढ़ गया तो आक्सीजन भी लेनी पड़ी। दवाइयों के साथ ही गुनगुना पानी, काढ़ा का नियमित सेवन किया। अब अच्छी बात यह है कि कोरोना को मात देकर डॉ. मैराज खान गुरुवार को वापस ड्यूटी पर लौट आए हैं। उन्हीं संक्रमितों के बीच, जहां से जानलेवा बीमार लेकर होम आइसोलेट हुए थे। इस बार नए जोश व जज्बे के साथ संक्रमितों की सेवा कर रहे हैं। उन्हे कोरोना से जंग जीतने के तरीके बता रहे हैं। मैं खुद संक्रमित हुआ था। 14 दिन होम आइसोलेट रहा। इस दौरान दवाइयां तो खाई हीं साथ ही घरेलू नुस्खे भी इस्तेमाल किए। गुनगुना पानी व काढ़ा का सेवन, घर में रहते हुए भी मास्क लगाने के साथ स्वजन से दूरी रखी। खानपान पर विशेष ध्यान दिया। शारीरिक कमजोरी नहीं होने दी। सबसे बड़ी बात तो यह रही कि आक्सीजन लगने के बाद भी मैं हिम्मत नहीं हारा। सभी लोगों से अपील है कि वह सावधानी बरतें तथा संक्रमित लोग हिम्मत से काम लें। घबराने की जरुरत नहीं है। कोरोना को आसानी से हराया जा सकता है।

डॉ. मैराज खान, आरआरटी प्रभारी जोया।


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