अमरोहा में युवक के अपहरण में महिला समेत पांच गिरफ्तार, तांत्रिक समेत दो फरार
इनमें दिल्ली निवासी एक महिला भी है। जबकि तांत्रिक समेत दो लोग फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है। अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से घटना का पर्दाफाश किया है।
अमरोहा, जेएनएन: मंगलवार को अपहृत किए गए युवक को डिडौली पुलिस ने बरामद कर लिया है। दो लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले पांच आरोपितों को भी गिरफ्तार कर लिया है। इनमें दिल्ली निवासी एक महिला भी है। जबकि तांत्रिक समेत दो लोग फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी को पुलिस दबिश दे रही है। अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से घटना का पर्दाफाश किया है।
जनपद सम्भल के थाना असमोली के गांव मंसूरपुर निवासी युवक राबुल का मंगलवार रात को अपहरण कर लिया गया था। अपहरण करने वालों में शामिल महिला ने स्वजनों को कॉल कर दो लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। फिरौती की धमकी सुनकर स्वजनों ने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने राबुल के स्वजनों को फिरौती देने के लिए तैयार किया तथा इकौंदा रोड पर आरोपितों को बुला लिया। बुधवार शाम को प्रभारी निरीक्षक अजय कुमार, दारोगा विपिन कुमार, सिपाही मुकेश कुमार, सुशील कुमार, हेड कांस्टेबिल रघुवीर सिंह, महिला सिपाही रेनू रानी व सोनिया के साथ एसओजी टीम को लेकर पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर राबुल को बरामद कर लिया। गुरुवार दोपहर एएसपी अजय प्रताप सिंह व सीओ विजय कुमार राणा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान घटना का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में नूरे नजर निवासी नीलीखेड़ी, सिब्ते हसन, आदिल निवासी आगापुर थाना हसनपुर, नईम निवासी मिलक गौसपुर थाना डिडौली तथा नजराना निवासी मनिहारी जिला कटिहार बिहार व हाल निवासी हौजरानी थाना मालवीय नगर दिल्ली को गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें जेल भेज दिया है। फरार आरोपितों में तांत्रिक जावेद निवासी नीलीखेड़ी तथा जियाउद्दीन निवासी आगापुर थाना हसनपुर शामिल हैं। उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
आसमान से नोटों की बारिश कराने को जावेद ने की थी तंत्र क्रिया
अमरोहा: राबुल के अपहरण से पहले बहुत कुछ ऐसा हुआ था जिस पर एक बार तो यकीन ही नहीं होता। क्या कोई तंत्र क्रिया से नोटों की बारिश करा सकता है। तांत्रिक जावेद ने जियाउद्दीन व नजराना को यही झांसा दिया था। जिसमें दोनों के 25 हजार रुपये खर्च हुए थे। श्मशान भूमि पर तंत्र क्रिया के दौरान नजराना के बेहोश होने पर तांत्रिक भाग निकला था। उसके बाद ही जियाउद्दीन व नजराना ने राबुल का अपहरण कर लिया था।
राबुल के अपहरण के पीछे अंधविश्वास भी छुपा है। दिल्ली निवासी महिला नजराना के संबंध आगापुर निवासी जियाउद्दीन से हैं। जियाउद्दीन दिल्ली में ठेकेदारी करता है। इन दिनों नजराना का स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा तथा आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। सोमवार को दोनों ने दिल्ली से आकर पहले हसनपुर तथा बाद में अमरोहा की शाहविलायत दरगाह पर चादरपोशी की। दोनों दिल्ली जाने की तैयारी कर रहे थे कि जियाउद्दीन के साथी मोबीन ने श्यौनाली स्थित भूरेशाह की दरगाह पर भी चादरपोशी के लिए कहा। दोनों श्यौनाली की जियारत पहुंचे तो वहां गांव मिठनपुर निवासी सूखा ने गांव नीलीखेड़ी निवासी तांत्रिक जावेद के बारे में बताया। मुलाकात के दौरान तांत्रिक जावेद ने उन्हें झांसे में ले लिया तथा तंत्र क्रिया के माध्यम से आसमान से नोटों की बारिश करने का भरोसा दिलाया। ताकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक हो सके। तांत्रिक ने 25 हजार रुपये भी ले लिए। सूखा भी अपने साथी राबुल के साथ रात को वहां पहुंच गया। सभी ने पास के गांव फत्तेहपुर मझरा के शमशान घाट पर रात को तंत्र क्रिया शुरू की। इस दौरान नजराना बेहोश हो गई। जिस पर तांत्रिक भाग निकला। वहां से सूखा के कहने पर राबुल अपनी बाइक पर बैठा कर दोनों को श्यौनाली की जियारत पर खड़ी कार तक छोड़ने आ गया। यहां जियाउद्दीन व नजराना ने उसका अपहरण कर लिया। वह तांत्रिक जावेद से अपने 25 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। उधर अपहरण की सूचना पर स्वजनों ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने सूखा को गिरफ्तार कर लिया। सूखा ने दिल्ली में रहने वाले जावेद के भाई नजरे आलम से पुलिस का संपर्क कराया। उधर उस समय तक नजराना व नजरे आलम भी एक दूसरे के संपर्क में आ चुके थे। जब जाकर दोनों ने मिलकर दो लाख की फिरौती की डिमांड की थी। बाग में बंधक बना कर रखा था राबुल
नजराना व जियाउद्दीन ने राबुल को भी तांत्रिक का साथी समझ लिया था। जिसके चलते उसे जबरन कार में डाल कर ले गए थे। उसे सीधे हसनपुर के गांव आगापुर ले गए तथा वहां सिब्ते हसन के बाग में बंधक बनाकर रखा था। इस मामले में सिब्ते हसन भी शामिल हो गया। फिरौती की बात तय होने पर सभी लोग राबुल को यहां लेकर आ रहे थे। सूखा की ईमानदारी आई काम
राबुल के अपहरण के मामले में पुलिस ने पहले सूखा व तांत्रिक जावेद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। परंतु पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया तो उसने सारी कहानी बताई। इतना ही नहीं उसने पुलिस की मदद भी की। जावेद, नजरे आलम व जियाउद्दीन के मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराए। आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक वह पुलिस के साथ रहा तथा घटनाक्रम का पर्दाफाश होने पर खुद को बचाने में भी कामयाब रहा।