Move to Jagran APP

पितृ अमावस्या पर गंगा स्नान को उमड़ा सैलाब

रहरा धार्मिक मान्यता के अनुसार गुरुवार का दिन पितरों के विसर्जन के लिए उत्तम माना जाता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 11:58 PM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 11:58 PM (IST)
पितृ अमावस्या पर गंगा स्नान को उमड़ा सैलाब
पितृ अमावस्या पर गंगा स्नान को उमड़ा सैलाब

रहरा : धार्मिक मान्यता के अनुसार गुरुवार का दिन पितरों के विसर्जन के लिए उत्तम माना जाता है। इस दिन पितरों को विदा करने से पितृ देव बहुत प्रसन्न होते हैं। क्योंकि यह मोक्ष देने वाले भगवान विष्णु की पूजा का दिन माना जाता है।

loksabha election banner

इस कारण सर्व पितृ अमावस्या के दिन पितरों का विसर्जन विधि विधान से करने को हसनपुर के पौरारा घाट पर गुरुवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुट गई। कोरोना संक्रमण के भय के आगे आस्था भारी पड़ी और लोगों ने बिना किसी डर के अपने पितरों को तर्पण कर पतित पावनी गंगा मैया में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमाया।

उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण काल में प्रतिबंध के चलते गंगा स्नान करने को भी भीड़ नहीं जुट रही थी। कोरोना काल में पहली बार गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब दिखाई दिया। तहसील क्षेत्र के पूठधाम सतैडा समेत अन्य गंगा घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही। हसनपुर निवासी पंडित यतींद्र शंकर गौड़ बताते हैं कि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु की पूजा का दिन होता है इस दिन पितरों को विदा करने से पितृदेव बहुत प्रसन्न होते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.