Move to Jagran APP

आबकारी इंस्पेक्टर निलंबित, देशी शराब की दुकान का लाइसेंस सस्पेंड

पंचायत चुनाव के दौरान देशी शराब की दुकान के बगल में ही कुछ लोग मिलावट का कार्य कर रहे थे। पुलिस ने छापा मारकर इस खेल का पर्दाफाश किया था। अफसरों के निर्देश पर आबकारी अधिकारी अनुराग मिश्र ने मामले की जांच पड़ताल की और हसनपुर सर्किल क्षेत्र के इंस्पेक्टर की बड़ी लापरवाही पकड़ी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 02:56 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 02:56 AM (IST)
आबकारी इंस्पेक्टर निलंबित, देशी शराब की दुकान का लाइसेंस सस्पेंड
आबकारी इंस्पेक्टर निलंबित, देशी शराब की दुकान का लाइसेंस सस्पेंड

जेएनएन, अमरोहा: पंचायत चुनाव के दौरान देशी शराब की दुकान के बगल में ही कुछ लोग मिलावट का कार्य कर रहे थे। पुलिस ने छापा मारकर इस खेल का पर्दाफाश किया था। अफसरों के निर्देश पर आबकारी अधिकारी अनुराग मिश्र ने मामले की जांच पड़ताल की और हसनपुर सर्किल क्षेत्र के इंस्पेक्टर की बड़ी लापरवाही पकड़ी। इसके बाद उनकी जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए आयुक्त ने आबकारी इंस्पेक्टर अविनाश रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर इलाहाबाद मुख्यालय से अटैच कर दिया। उनके आदेश पर शराब की दुकान का भी लाइसेंस संस्पेंड कर दिया गया। गत अप्रैल माह में पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर शराब की बिक्री चल रही थी। इसमें हसनपुर तहसील क्षेत्र के गांव पौरारा में स्थित देशी शराब की दुकान के पास में ही सेल्समैन से मिलीभगत कर कुछ लोग मिलावट का खेल खेल रहे थे। देशी शराब के पव्वों को खोलकर उसमें पानी आदि मिलाया जा रहा था। भनक लगने पर रहरा थाना पुलिस ने छापा मारकर इस खेल से पर्दा उठा दिया था। चूंकि मिलावट के खेल को रोकने और शराब की दुकानों की चेकिग का जिम्मा आबकारी इंस्पेक्टर का है लेकिन, उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसकी शिकायत पुलिस कप्तान ने तत्कालीन डीएम उमेश मिश्र से की थी। जिलाधिकारी के आदेश पर आबकारी अधिकारी ने इस प्रकरण की जांच शुरू की। जांच में क्षेत्रीय इंस्पेक्टर की घोर लापरवाही सामने आई। इसके बाद उन्होंने जांच पूरी कर अगली कार्रवाई के लिए आयुक्त के पास भेज दी। मामले को संजीदगी से लेते हुए आयुक्त ने इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया। कई दुकानों की चल रही जांच

loksabha election banner

शराब के पव्वों में पानी व अन्य पदार्थों की मिलावट का खेल जनपद में काफी समय से चल रहा है। जहरीली शराब से मौत होने के बाद अचानक आबकारी विभाग हरकत में आता है लेकिन, उससे पहले जांच पड़ताल को कोई जहमत नहीं उठाता है। पुलिस की छापामारी में ही पौरारा की घटना खुलकर सामने आई। इसके अलावा कई अन्य दुकानों और संबंधित ठेकेदारों के चरित्र आदि की जांच पुलिस द्वारा की जा रही है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही उसकी रिपोर्ट विभाग को कार्रवाई के लिए सौंपी जाएगी।

आयुक्त के द्वारा हसनपुर इंस्पेक्टर को निलंबित किया गया है। पौरारा की देशी शराब की दुकान का लाइसेंस भी सस्पेंड कर दिया गया है। जांच के बाद ही यह कार्रवाई की गई है।

अनुराग मिश्र, जिला आबकारी अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.