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पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता, इसलिए गंगा में कूद रहा हूं

जागरण संवाददाता गजरौला गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले जिस आर

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 12:40 AM (IST)Updated: Fri, 14 Aug 2020 12:40 AM (IST)
पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता, इसलिए गंगा में कूद रहा हूं
पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता, इसलिए गंगा में कूद रहा हूं

जागरण संवाददाता, गजरौला : गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले जिस आरोपित दलपत की तलाश में हापुड़ व अमरोहा पुलिस सात दिन से पसीना बहा रही है। उसके कपड़े, चप्पल, फैक्टरी कार्ड, फोटो व एक सुसाइड नोट गंगा किनारे से बरामद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि उसने गंगा में कूदकर खुदकशी कर ली है।

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बता दें कि छह अगस्त को थाना क्षेत्र के गांव मोहम्मदपुर निवासी रोहताश का 40 वर्षीय पुत्र दलपत अपनी बहन के घर गंगा पार स्थित गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में गया था। वहां पर उसने एक छह वर्षीय मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करते हुए प्राइवेट पार्ट पर भी वार किया। इसके बाद बच्ची को मरा समझ कर जंगल में फेंककर फरार हो गया। सात अगस्त से हापुड़ व अमरोहा जनपद की पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। तकरीबन दौ से ज्यादा पुलिस कर्मी उसे ढूंढ रहे हैं। इसी बीच सातवें दिन यानी गुरुवार की दोपहर में गंगा किनारे के गांव धोरिया बिड़ला में शमशान घाट एवं ठोकर नंबर-1 पर उसके कपड़े, चप्पल, फैक्टरी का जॉब कार्ड के साथ-साथ पॉलीथिन में रखा सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। वहां पर पहुंचे युवकों ने पुलिस द्वारा चस्पा किए गए पर्च से फोटो का मिलान होने के बाद पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सारे सामान को कब्जे में ले लिया। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं पुलिस की गोली से नहीं मरना चाहता हूं। इसलिए मैं गंगा में कूद रहा हूं। हालांकि हापुड़ पुलिस द्वारा कपड़े व सुसाइड नोट मिलने की पुष्टि जरूर कर रही है। लेकिन, सोसाइड नोट में लिखा क्या है। इसके बारे में कुछ नहीं बताया गया है।

--------------------- पुलिस को हटाने के लिए दलपत की चाल तो नहीं?

गजरौला : गांव मोहम्मदपुर व फतेहपुर वाटूपुरा के काने-काने पर पुलिस होने के बाद भी काफी दूरी पर दूसरी गांव में गंगा किनारे पर दलपत के कपड़े , सुसाइड नोट आदि सामान मिलने की बात पुलिस के गले नहीं उतर रही है। चूंकि वह काफी शातिर दिमाग का है। हो सकता है कि उसने पुलिस को हटाने या बचने के लिए यह चाल चली हो। सवाल यह है कि मरने वाले व्यक्ति को कपड़े, चप्पल आदि सामान उतारने की क्या जरूरत है। वो भी उस स्थिति में जब वह एक-एक आदमी से दुबकता घूम रहा हो। फिलहाल कब्जे पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं।

------------ गंगा किनारे पर दलपत के कपड़े, चप्पल, फोटो, फैक्ट्री कार्ड व सोसाइड नोट बरामद हुआ है। लेकिन, इस बात पर अभी विश्वास नहीं किया जा सकता है कि उसने गंगा में कूदकर खुदकशी की हो। उसकी चाल भी हो सकता है। जब तक उसका शव या अन्य कोई पुख्ता सबूत नहीं मिलता है। तब तक उसकी तलाश जारी रहेगी।

संजीव सुमन, एसपी हापुड़।


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