ज्येष्ठ दशहरे पर श्रद्धालु नहीं लगा सकेंगे गंगा में डुबकी
गजरौला ज्येष्ठ दशहरा सोमवार को है। इस मौके पर गंगा में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
गजरौला : ज्येष्ठ दशहरा सोमवार को है। इस मौके पर गंगा में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है लेकिन, लॉकडाउन के चलते श्रद्धालु ब्रजघाट और तिगरी स्थित पतित पावनी मां गंगे के तट पर श्रद्धालु स्नान नहीं कर पाएंगे। उनकी भीड़ यहां तक पहुंचने से रोकने के लिए हापुड़ व अमरोहा के पुलिस अधिकारियों ने कमर कस ली है।
24 मार्च की आधी रात से लॉकडाउन के कारण मां गंगा के पावन घाट भी सूने पड़े हैं। हालांकि पिछले एक सप्ताह से ब्रजघाट में अस्थियां विसर्जन को परिवार के गिने-चुने सदस्यों के साथ कुछ श्रद्धालु जरूर पहुंचने लगे हैं, लेकिन पूर्णिमा व अमावस्या जैसे मौके पर स्नान करने पर अभी तक पाबंदी है। यह पाबंदी सोमवार के ज्येष्ठ दशहरे पर भी प्रभावी रहेगी। मसलन इस मौके पर भी श्रद्धालु ब्रजघाट व तिगरी में गंगा तटों पर स्नान नहीं कर सकेंगे।
हापुड़ के एएसपी सर्वेश कुमार मिश्र ने दोपहर में इसी उदेश्य से ब्रजघाट का जायजा लेकर गढ़मुक्तेश्वर पुलिस को इसके लिए निर्देश भी दिए। श्रद्धालुओं को गंगा तट तक पहुंचने से रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस भी मुहैया कराने का आश्वासन दिया। आधी रात से यह पुलिस ब्रजघाट पर पहुंच भी गई। वहीं श्रद्धालुओं को रोकने के लिए जगह-जगह बल्लियां भी लगवाई गई है।
इधर गजरौला के एसएसआइ प्रमोद पाठक ने पुलिस बल के साथ तिगरी का निरीक्षण कर यही निर्देश दिए। उन्होंने पुरोहितों व दुकानदारों को घाटों पर मौजूद नहीं रहने व श्रद्धालुओं को नहीं आने देने के निर्देश भी दिए। इस तरह पा सकते हैं मां गंगे की कृपा
गजरौला : तिगरी के पुरोहित पंडित गंगा सरन शर्मा ने बताया गंगा दशहरा पर्व ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दसवीं को मनाया जाता है, जो इस बार एक जून सोमवार है। मान्यता है कि इस मौके पर स्नान- दान पूर्ण करने से पापों का नाश होता है। इसी दिन गंगा माता पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन में घर पर ही स्नान के बर्तन में गंगा जल लेकर स्नान कर पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। दान भी जरूरतमंद को किया जा सकता है।